प्रणाम विद्वानो 🙏 जिस व्यक्ति को अपने कर्मों का अहंकार होता है उसे शनि कभी अच्छे फल नहीं देता है अतः अहंकार का त्याग करके शनि देव के मन्दिर में जा के पूजा करने के पश्चात् आप निम्न मंत्र का जाप करे अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।। शनि देव की स्तुति के पश्चात् उपरोक्त मंत्र का जप 7 बार जप करना चाहिए इससे शनि देव का प्रकोप अवश्य ही शांत होता है जय महाकाल🌹🌹🌹