मैंने आज बहुत लोगो की पोस्ट देखी जिनके मार्क्स बहुत शानदार आय है उनको मेरी तरफ से बहुत बहुत बधाई।और जिनके बच्चो के मार्क्स कम आए है उनको डबल बधाई क्योंकि ये मार्क्स का खेल बहुत जानलेवा है मैंने पीएचडी होल्डर लेडी को हाऊस वाइफ के रूप में देखा है।बहुत सारी डिग्री होने के बावजूद लोग नोकरी के लिए तरसते है। पढ़ाई का घर पांचवा होता है और कर्म का घर दस्वा होता है।दोनों एक दूसरे से 6 -8 है।इसलिए अगर बच्चे की कुंडली में कर्म और लाभ का घर मजबूत है तो वो कम पढ़ लिख कर भी बहुत कुछ कर सकता है। परसो रात की ही बात है एक लड़का पढ़ा लिखा ,एयरपोर्ट पर जॉब कर रहा था।उसकी मा ने लेट आने पर डांट दिया। वो ऊपर गया पंखे से लटक गया कुछ सांस बची हुई थी अभी ऐम्स हॉस्पिटल में एडमिट है मा बहन बीबी का रो रो कर बुरा हाल है।दुख होता है जब बच्चे के अंदर सहने की शक्ति नहीं है इन डिग्री का भी क्या फायदा।बच्चो को लोहे की तरह मजबूत बनाओ। ताकि जिंदगी के थपेड़े बर्दाश्त कर सके। किसी को मेरी पोस्ट बुरी लगे तो मुझे माफ़ करना।