Din ka Mahatva: 18 मई को समप्तक राजयोग बनने से सभी तरह के कार्यों में सफलता मिलने के बाद जीवन में उन्नति होगी। इस दिन भूमि, मकान, वाहन खरीदना, पदभार ग्रहण करना और नए व्यापार व्यवसाय का शुभारंभ करना बहुत ही अधिक शुभ फलदायी और मंगलकारी होगा। Buddha पूर्णिमा के दिन समसप्तक राजयोग बन रहा है। इस दिन स्वामी देव गुरु बृहस्पति व नवग्रहों के राजा सूर्यदेव आमने-सामने रहेंगे। इस कारण सूर्य व गुरु का समसप्तक राजयोग बनेगा। समसप्तक राजयोग बनने से इस दिन सभी कार्यों में स्थायित्व के साथ उन्नति से भरपूर रहेगा। शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन चंद्रमा, विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी की पूजा करने से चारो तरफ से सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। समसप्तक राजयोग के चलते यह तिथि बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।
Upay: पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है. यह दिन माँ लक्ष्मी को भी अत्यंत प्रिय है. पूर्णिमा के दिन ये खास उपाय करने से आपका भाग्य सुंदर बनेगा. 1. चन्द्रमा मां का सूचक है और मन का कारक है. चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है. स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है. घर में पानी की कमी आ जाती है. मानसिक तनाव, मन में घबराहट, मन में तरह-तरह की शंका और सर्दी बनी रहती है. व्यक्ति के मन में आत्महत्या करने के विचार भी बार-बार आते रहते हैं. चन्द्रमा जैसे-जैसे कृष्ण पक्ष में छोटा व शुक्ल पक्ष में पूर्ण होता है वैसे-वैसे मनुष्य के मन पर भी चन्द्र का प्रभाव पड़ता हैl पूर्णिमा की रात को कच्चे दूध में पूजा के उपयोग में लाने वाले शहद और चंदन को मिलाकर उसमें अपनी छाया देखें फिर चंद्रमा को अर्घ्य देंl 2. जिस भी व्यक्ति को जीवन में धन सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ता है उन्हें पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:"l 3. पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी के चित्र पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उन पर हल्दी से तिलक करें. अगले दिन सुबह इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें. इस उपाय से घर में धन की कोई भी कमी नहीं होती है.
इस तरह करें स्नान और ध्यान- - प्रातः काल स्नान के पूर्व संकल्प लें. - पहले जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें. - फिर स्नान करना आरम्भ करें. - स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य दें. - साफ वस्त्र या सफेद वस्त्र धारण करें , फिर मंत्र जाप करें. - मंत्र जाप के पश्चात सफ़ेद वस्तुओं और जल का दान करें. - चाहें तो इस दिन जल और फल ग्रहण करके उपवास रख सकते हैं.
आज के दिन करें इन मंत्रों का जाप- - "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः" - " नमः शिवाय" - "ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः"
बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या करने से बचें- - बुद्ध पूर्णिमा के दिन मांस का सेवन ना करें. - इस दिन घर में कलह करने से बचना चाहिए. - इस दिन किसी को अपशब्द कहने से बचें. - इस दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए.