नवग्रहों में आज शुक्र ग्रह की बात
Share
नवग्रहों मे शुक्र ग्रह की दो राशियां वृष व तुला राशि है।भरणी,पूर्वाफाल्गुनी व पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र भी इन्ही के माने गये है। विशोंत्तरी महादशा 20 साल की होती है शुक्र ग्रह की। मीन राशि इनकी उच्च राशि है तथा कन्या राशि शुक्र की नीच राशि है। मूल त्रिकोण राशि तुला राशि है शुक्र ग्रह की।सौन्दर्य प्रसाधन,कला जगत,संगीत, वाद्य यंत्र, फिल्म,सिनेमा,कलाकार, चिकित्सा, ज्योतिष, टेन्ट हाऊस, मनहारी संबंधी कार्य, फैन्सी स्टोर,टीवी व फिल्म कलाकार, फिल्मकार, शासन व प्रशासन के उच्च पदाधिकारियों के उपरोक्त सभी के संचालक ग्रह शुक्र ग्रह ही है। पुरुष जातको की जन्मकुंडली में पत्नी के कारक,सप्तम भाव के कारक ग्रह भी शुक्र ही माने गये है। ब्राम्हण वर्ण , जल तत्व व दिशा दक्षिण-पूर्व है शुक्र ग्रह की।इनका रत्न हीरा,सफेद पुखराज व उपरत्नों मे ओपल प्रमुख है। अन्य उपरत्न भी है।रंग गेहुंआ, काले व घुंघराले बाल है इनके।कैमिकल, दवाईयां, सिल्क व वाहनो के भी प्रतिनिधि है।आधुनिक भौतिक सुख सुविधाओं के साधनों से भी इनका संबंध बताया गया है।सुंगधित द्रव्य, चांदी, आभूषण, शयन कक्ष, से संबंध है इनका। वाहन सुख व विवाह सुख आदि का विचार भी शुक्र से किया जाता है। एक राशि में लगभग 28 दिन गोचर रहता है शुक्र का। प्रेम, आकषर्ण व सौन्दर्य का भी संबंध शुक्र से है। जन्म कुंडली मे शुक्र केन्द्र स्थान(1,4,7 व 10 भाव) मे उच्चराशि मीन मे व स्वराशियो मे होने पर पंचमहापुरूष योग मालव्य योग का निर्माण करते है।रजोगुणी, मृदु स्वभाव व मध्यम आकार है इनका।स्त्री ग्रह है। दिन शुक्रवार है इनका। पेय पदार्थों,पेन्ट,माँडलिग,मैरिज ब्यूरो, खिलौनों, फूलों,सजावट के सामान, म्यूजिक कंपनी, फिल्म उद्योग, रेल,वायुयान मे नौकरी,महिला कालेज या स्कूल,फैन्सी कपडे,महिलाओं की पौशाक संबंधी व्यवसाय का संबंध भी शुक्र से ही है। जन्मपत्रिका बनवाने के साथ ही दिखवा सकते है। ज्योतिष के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ग्रह दोषो के उपाय, व भविष्य संबंधी मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
मनीष दुबे, ज्योतिष पारंगत, ज्योतिष गौरव सम्मान प्राप्त, श्रेष्ठ कुंडली निर्माण व फलित ज्योतिष में मानद उपाधि प्राप्त. दमोह, म.प्र., भारत.