ग्रहों के गुण-स्वरूप को पढ़ने के क्रम में आज शारीरिक अवयव की संज्ञा कौन-कौन से ग्रह को प्राप्त है । पाठ में गुरु, शुक्र एवं शनि को समझने का प्रयास किया जाता है । गुरु को बसा, शुक्र को वीर्य एवं शनि को स्नायु का कारक बताया जा रहा है साथ ही इसकी व्याख्या भी । व्याख्या को ध्यान से समझेंगे तो रोग का पता भी चलेगा और यह भी पता चलेगा कि कौन से अवयव विशेष प्रभावित होंगे ।