*शरद पूर्णिमा विशेष*
शरद पूर्णिमा को चन्द्रमा से चाँदनी रुपी अमृत बरसने की रात है, जो आपके शरीर और खासकर आंखों के लिए विशेष लाभकारी होता हैं शरदपूर्णिमा में चन्द्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर रोशन होगा, जिसकी किरणें स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभप्रद होती हैं और यह शरीर के साथ ही आंखों के लिए भी बहुत लाभकारी होती है, इस चाँदनी से आंखों की ज्योति बढ़ती है.…आइए इस रात्रि हम कुछ विशेष उपाय जानते है l
भगवान शिव को अक्षत : पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को अखंडित चावल सवा किलो चढ़ाये | और अपनी पीड़ा शिवजी से कहे | विश्वास करे शिव कृपा से वो पीड़ा जल्द ही ठीक हो जाएगी |
प्रत्येक पूर्णिमा के दिन अपने हाथ से खीर बनाकर गरीब बच्चे या लोंगो को खिलने से जातक की मानसिक तनाव या मानसिक परेशानी दूर हो जाती है।
हर पूर्णिमा पर सुबह के समय हल्दी में थोडा पानी डालकर उससे घर के मुख्य दरवाज़े / प्रवेश द्वार पर ॐ और स्वातिक बनाना चाहिए, इससे घर में नेगिटिव एनर्जी का प्रवेश नहीं होता है।
जिस व्यक्ति के घर में कलह कलेश रहता है वो व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता। अगर आप घर में कलह कलेश को दूर करना चाहते तो पूर्णिमा के दिन घर के बाहर आम के पत्तों को लटकाये।
4 फूल वाली लौंग लेकर एक लाल कपडा लेना है। इसके बाद महालक्ष्मी और कुबेर जी को ध्यान में रख कर घर के पूजा घर में बैठ कर देसी घी की ज्योत जलानी है और फिर 2 लौंग के जोड़े को इस में डाल देना है। बची हुई दो लौंग को लाल कपड़े में बांध कर सच्ची श्रद्धा से उसे महालक्ष्मी का रूप मान कर अपनी तिजोरी में रख देना है। बस आपको केवल यही करना है। कोई मंत्र नहीं, कोई तंत्र नहीं। ऐसा करने से मात्र कुछ ही दिनों में आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाएगी, सबसे महत्वपूर्ण तो यह कि कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी। आपके पास इतना पैसा आएगा कि संभालना मुश्किल हो जाएगा।
आपको दो बातों का ध्यान रखना है. एक तो उपाय करते समय आपको इसके बारे में किसी को नहीं बताना है और दूसरा यह कि मन में उपाय के प्रति सच्ची श्रद्धा रखनी है।
*माता लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्ति हेतु ये प्रयोग करें*
ईशान्य कोण में गुलाबी कमल पर बैठी हुई धन बरसाती हुई लक्ष्मी की पूजा करें।
पूजा के लिए दो दीपक जलाएं।
शरद पूर्णिमा पर एक गाय के घी का दीपक जलाकर दाहिने हाथ की ओर ओर रखें।
एक मूंगफली के तेल का दीपक जलाकर बाएं हाथ की ओर रखें।
लेकिन ध्यान रखें दीपक की लौ कपास की न हों, लाल धागे की बाती तैयार कर दिया जलाएं।
लक्ष्मी पूजन के बाद घी का दीपक हाथ में दिया लेकर चांद की ओर देखते हुए मां लक्ष्मी से प्रार्थना करें।
एक दीपक अखंड जलता रहे इस बात का ध्यान रखें। आप इच्छानुसार घी या तेल दोनों में से कोई भी दीपक अखंड जला सकते हैं। दीपक सुबह तक जलता रहना चाहिए।
वैसे तो रोज नहाकर अपनी मां के चरणों मे शीश नवाने से मन को शांति एवं धन लाभ होता है लेकिन आज खास तौर पर अपनी मां को प्रणाम कर उनकी पसन्द की कोई वस्तु घर मे बनाएं या खिलावें। माता से प्रार्थना कर उनसे कोई चांदी की चेन या वस्तु आशीर्वाद स्वरूप लेकर पास रखे।यदि यह भी सम्भव न हो तो एक मुट्ठी चांवल लेकर सफेद कपड़े में बांधकर हमेशा पास रखे। जब भो जीवन मे तनाव हो, उलझन आये उसे निकालकर मस्तक से लगाकर मां का आशीर्वाद समझकर लगावे । समस्या दूर होगी।
शरद पूर्णिमा के अवसर पर आपकी राशि में पूर्ण चंद्रोदय होगा। इसलिए आप सुख, ऐश्वर्य और धन की प्राप्ति के लिए ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।
पूर्णिमा तिथि (शुरू) - शाम 17:45 (30 अक्टूबर 2020)
पूर्णिमा तिथि (अंत) - रात 20:18 बजे (31 अक्टूबर 2020
Very very nice artcle
Very very nice
Very Good
very nice article by Astro Ravi ji
WAH ! RAVINDER JI BHUT BHUT KHUB