*रक्षा बंधन आज, दोपहर 1:30 बजे,भद्रा के बाद राखी बांधना शुभ।* रक्षाबंधन का त्यौहार 19 अगस्त श्रावण पूर्णिमा, सोमवार को मनाया जाएगा। इस बार भद्रा का साया तो रहेगा लेकिन दोपहर 1:30 बजे तक। इसके बाद दिनभर राखी बांधी जा सकेगी। शहर के धारूहेड़ा चुंगी स्थित ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य अजय शास्त्री के अनुसार_ इस दिन ऋग्वेदी, यजुर्वेदी ब्राह्मण उपाकर्म करेंगे। दोपहर 1:30 तक भद्रा का प्रभाव रहेगा। इस दिन इस दिन श्रवण नक्षत्र, पूर्णिमा, सोमवार है तथा सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। व्रत पूर्णिमा भी इसी दिन रहेगी। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त_ दोपहर 2:04 से रात्रि 8:20 तक श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। राखी बांधने का मंत्र येन बद्धो बलि राजा दानवेंद्रो महाबल:! तेन त्वामभि बद्धनामि रक्षे मा चल मा चल। क्या होती है भद्रा? भद्रा.. तिथि, वार, नक्षत्र,योग और करण मिलाकर पंचांग बनाया जाता है।ज्योतिषाचार्य शास्त्री के अनुसार करण तिथि के आधे भाग को कहा जाता है। वृष्टि करण को ही भद्रा कहते हैं। इसे शनि देव की बहन भी कहा जाता है। इसलिए रक्षाबंधन और होलिका दहन में भद्रा का निषेध माना गया।