आई जाने शनि का राशि परिवर्तन

Share

17th Jan 2020

23 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन 2020 में शनि महाराज धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे आइए जानें कौन-कौन सी राशियां की साढ़ेसाती उतरेगी एवं भैया उतरकर नई राशियों में साढ़ेसाती या ढैय्या प्रवेश विगत 2.6 वर्ष से चल रहा है शनि महाराज धनु राशि में चल रहा था मकर राशि धनु राशि एवं वृश्चिक राशि वालों को साढ़ेसाती चल रही थी यह साढ़ेसाती उतर कर अब कुंभ राशि मकर राशि एवं धनु राशि पर साढ़ेसाती सतत रहेगी एवं ढाई साल से कन्या राशि एवं वृषभ राशि पर शनि ढैया के रूप में चल रहा है वह वृषभ और कन्या को निजात मिल कर मिथुन राशि एवं तुला राशि वाले जातकों ढैया प्रवेश होगा आइए किन राशियों को लाभ और किन राशियों को हानि रहेगी पूजा पाठ शनि अगले हफ्ते मौनी अमावस्या के दिन करेंगे राशि परिवर्तन, 29 साल बाद हो रहा है मकर में प्रवेश, इन राशियों पर अशुभ प्रभाव शनि देव करीब 29 साल बाद मकर राशि में प्रवेश करेंगे। शनि इसके ढाई साल बाद मकर छोड़ कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे शनि देव का न्याय का देवता कहा जाता है। मान्यता है कि अगर वे किसी पर नाराज हुए तो उसकी जिंदगी में कई कष्ट आने शुरू हो जाते हैं। उनकी चाल का भी बहुत प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। करीब ढाई साल में एक बार राशि बदलने वाले शनि इस महीने 24 जनवरी को मूल राशि मकर में प्रवेश करने जा रे हैं। यह मौनी अमावस्या का भी दिन होगा।  शनि देव करीब 29 साल बाद मकर राशि में प्रवेश करेंगे। शनि इसके ढाई साल बाद मकर छोड़ कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। बहरहाल, अभी होने जा रहे है इस अहम परिवर्तन का सभी राशियों पर असर दिखेगा। वृषभ और कन्या राशि वाले जातक जहां शनि की ढैया से मुक्त होंगे वहीं मिथुन और तुला राशि के जातकों पर ढैया का प्रभाव होगा। आईए, जानते हैं किस राशि पर इस परिवर्तन का क्या होगा असर... मेष: इस राशि के जातक को कर्म क्षेत्र में विशेष लाभ होगा। न्याय के क्षेत्र में भी लाभ मिलेगा। सभी कार्यों को ठीक से पूरा कर सकेंगे। वृषभ: इस राशि के जातक को मिला जुला फल मिलेगा। कुछ हद तक आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वाणी पर संयम रखें। पराक्रम में वृद्धि होगी। कर्क: इस राशि के जातक को विदेश यात्रा का मौका मिल सकता है। खर्चों में जरूर बढोतरी होगी। ढैया के प्रभाव से कुछ विवादों का सामना करना पड़ सकता है। न्याय क्षेत्र में बाधा होगी। सिंह: आया में वृद्धि होगी। शारीरिक कष्ट जरूर हो सकते हैं। विवाह का योग बन रहा है। कन्या: छात्रों को लाभ होगा। रूका हुआ धन प्राप्त होगा। दुश्मनों से सतर्क रहने की जरूरत है। तुला: इस राशि के जातकों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विश्वासघात का सामना करना पड़ सकता है। भाग्य के भरोसो नहीं बैठे। शादी-शुदा जीवन में भी विवाद हो सकते हैं। वृश्चिक: संघर्ष कुछ ज्यादा है लेकिन साथ ही बाद में सफलता भी मिलेगी। स्वास्थ्य संबंधी कुछ बाधाएं आ सकती हैं। मित्रों से सहयोग मिलेगा। धनु: इस राशि के जातक के लिए भी शुभ संकेत नहीं है। शादी-शुदा या लव लाइफ में विवाद संभव है। कार्यों में रुकावट होगी। पारिवारिक कष्ट बढ़ सकते हैं। साढ़े साती का प्रभाव रहेगा। मकर: साल के आखिर में आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कर्ज लेने की भी स्थिति बन सकती है। शत्रु से सतर्क रहें। व्यवहार में उग्रता रहेगी। कुंभ: संतान पक्ष को कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य भी बिगड़ने के आसार हैं। संपत्ति बेचना चाहते हैं तो ये अच्छा समय होगा। धन की प्राप्ति होगी। मीन: शुभ कार्य होंगे हालांकि इसमें समय लग सकता है। न्याय क्षेत्र में भी सफलता मिलेगी। पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ सकता है। मेष: नया काम करने की सोच रहे हैं तो अप्रैल तक इंतजार करें। खर्च पर नियंत्रण करें। उपाय : हनुमान जी 21 लौंग की माला शनिवार को चढ़ाएं। वृष: पिता से मतभेद हो सकता है। धैर्य से काम लें। काम टालने की आदत से बचें। उपाय : लक्ष्मीजी को शुक्रवार को गुड की चिकि चढ़ाएं। मिथुन: ये वर्ष विदेश यात्रा के लिए ठीक रहेगा। जमीन-जायदाद के विवाद सुलझेंगे। उपाय: गणेशजी को बुधवार को काली तिल के लड्डू चढ़ाएं। कर्क: कोई पुरानी बीमारी परेशान कर सकती है। लापरवाही बिलकुल भी न बरतें। उपाय: शनिवार को दूध में तिल मिलाकर शिवजी को चढ़ाएं। सिंह: शनि आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाने में पूरी मदद करेगा। संघर्ष बढ़ जाएगा। उपाय : शनिवार को काली मंदिर में माता को अनार चढ़ाएं| कन्या: इस साल कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। अटका हुआ काम पूरा होगा। उपाय: शिवालय में 8 बेलपत्र शनिवार को चढ़ाएं। तुला: भूमि पर निवेश करना है तो वर्ष के मध्य में करें। छोटी यात्राओं का योग भी है। उपाय: अमावस्या को काले रंग का छाता दान करें। वृश्चिक: आपके ऊपर चल रही साढ़े साती अब समाप्त हो जाएगी। आर्थिक स्थिति ठीक। उपाय: शनिवार को दुर्गा कवच का पाठ करें। धनु: काम पर ध्यान दें तभी शनि सफलता दिलाएगा। माता का आशीर्वाद बना रहेगा। उपाय: गुरूवार को विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। मकर: निर्णय शक्ति में गहराई आएगी और आपको अपनी नई मंजिल मिलेगी। उपाय: काजल की डिब्बी का पूजन कर अपने पास रखें। कुंभ: संघर्ष बढ़ जाएगा। ऐसे लोग करीब आएंगे, जिसके बारे में आपने सोचा नहीं था। उपाय: शनिदेव के मंदिर में तिल का तेल चढ़ाएं। मीन: आलस को खुद पर हावी न होने दें, नहीं तो महत्वपूर्ण अवसरों से वंचित रह जाएंगे। उपाय: पीपल के वृक्ष पर काली  पंडित पुष्पराज जी आचार्य श्री बालाजी ज्योतिष वास्तु केंद्र जावरा


Like (0)

Comments

Post

Latest Posts

यस्मिन् जीवति जीवन्ति बहव: स तु जीवति | काकोऽपि किं न कुरूते चञ्च्वा स्वोदरपूरणम् || If the 'living' of a person results in 'living' of many other persons, only then consider that person to have really 'lived'. Look even the crow fill it's own stomach by it's beak!! (There is nothing great in working for our own survival) I am not finding any proper adjective to describe how good this suBAshit is! The suBAshitkAr has hit at very basic question. What are all the humans doing ultimately? Working to feed themselves (and their family). So even a bird like crow does this! Infact there need not be any more explanation to tell what this suBAshit implies! Just the suBAshit is sufficient!! *जिसके जीने से कई लोग जीते हैं, वह जीया कहलाता है, अन्यथा क्या कौआ भी चोंच से अपना पेट नहीं भरता* ? *अर्थात- व्यक्ति का जीवन तभी सार्थक है जब उसके जीवन से अन्य लोगों को भी अपने जीवन का आधार मिल सके। अन्यथा तो कौवा भी भी अपना उदर पोषण करके जीवन पूर्ण कर ही लेता है।* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताराम।

न भारतीयो नववत्सरोSयं तथापि सर्वस्य शिवप्रद: स्यात् । यतो धरित्री निखिलैव माता तत: कुटुम्बायितमेव विश्वम् ।। *यद्यपि यह नव वर्ष भारतीय नहीं है। तथापि सबके लिए कल्याणप्रद हो ; क्योंकि सम्पूर्ण धरा माता ही है।*- ”माता भूमि: पुत्रोSहं पृथिव्या:” *अत एव पृथ्वी के पुत्र होने के कारण समग्र विश्व ही कुटुम्बस्वरूप है।* पाश्चातनववर्षस्यहार्दिकाःशुभाशयाः समेषां कृते ।। ------------------------------------- स्वत्यस्तु ते कुशल्मस्तु चिरयुरस्तु॥ विद्या विवेक कृति कौशल सिद्धिरस्तु ॥ ऐश्वर्यमस्तु बलमस्तु राष्ट्रभक्ति सदास्तु॥ वन्शः सदैव भवता हि सुदिप्तोस्तु ॥ *आप सभी सदैव आनंद और, कुशल से रहे तथा दीर्घ आयु प्राप्त करें*... *विद्या, विवेक तथा कार्यकुशलता में सिद्धि प्राप्त करें,* ऐश्वर्य व बल को प्राप्त करें तथा राष्ट्र भक्ति भी सदा बनी रहे, आपका वंश सदैव तेजस्वी बना रहे.. *अंग्रेजी नव् वर्ष आगमन की पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं* ज्योतिषाचार्य बृजेश कुमार शास्त्री

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताआलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताराम।राम।

Top