गली गली में ज्योतिषी है कोई वैदिक कोई लाल किताब तो कोई अंकशास्त्री लगभग हर ज्योत्षी इधर उधर से उपाय देखकर या पढ़ कर उपाय भी बता रहे है लेकिन आधे अधूरे जिससे जातको को लाभ पूरा नहीं मिल पा रहा है जातको को भी चाहिए पुरे सवाल जवाब ज्योतषियो से करे लकिन अफ़सोस न कोई पुरे उपाय की विधि पूछता है न कोई बताता है नतीजा ज्योतष को ठग की विद्या मानने लगे है कई लोग ,,कुछ सालो से ज्योतिष सम्मेलन जरुरत से ज्यादा होने लगे है लोग जाते है पदक और सर्टिफिकेट सही माइनो में खरीदकर लाते है और लोगो को दिखा अपनी दूकान चला रहे है जो ज्योतिष के स्तर को कही न कही गिरा भी रहे है कई संसथान ज्योतिष हो या अन्य कोई व्यवसाय अपने नाम के आगे डॉ लगाने का सर्टिफिक्टे भी 5000 से 50000 रूपए में बेच रहे है जो सरासर गलत है इसपर अंकुश लगना चाहिए सही अर्थो में बहुत से अंधे भी वाहन चलाने का लाइसेंस लिए बैठे है