नक्षत्रों के अगले क्रम में 240 अंश से 360 अंश के अंदर कौन-कौन से नक्षत्र आते हैं तथा इनके अंशात्मक विस्तार को जानते हैं -
न0 नक्षत्र अंशात्मक विस्तार
19. मुल 240 अंशसे 253 अंश 20 कला तक
20. पूर्वाषाढ़ा 253 अंश 20 कला से 266 अंश 40 कला तक
21. उत्तराषाढ़ा 266 अंश 40 कला से 280 अंश तक
22. श्रवण 280 अंश से 293 अंश 20 कला तक
23. धनिष्ठा 293 अंश 20 कला से 306 अंश 40 कला तक
24. शतभिषा 306 अंश 40 कला से 320 अंश तक
25. पूर्वा भाद्रपद 320 अंश से 333 अंश 20 कला तक
26. उत्तरा भाद्रपद 333 अंश 20 कला से 346 अंश 40 कला तक
27. रेवती 346 अंश 40 कला से 360 अंश तक
27 नक्षत्र और कुल नक्षत्रों का मान 360 अंष जिसे राशिचक्र कहते हैं ।। ब्रह्माण्ड का विस्तार है भी 360 अशों में अनन्त तक फैला हुआ जानते हैं ।
240 अंश से 360 अंश तक आने वाले मूल नक्षत्र से रेवती नक्षत्र तक के अंशात्मक विस्तार एवं इनके स्वामी ।
नक्षत्र के चरण की जानकारी । नक्षत्र में चार चरण होते हैं । एक चरण का मान 3 अंश 20 मिनट है । 27 नक्षत्रों में कुल 108 चरण व्याप्त है । चरणों के आधार पर ही नामाक्षर अर्थात नाम का पहला अक्षर बताया जाता है ।