*12/13 जनवरी को दरिद्रता निवारण महायोग आ रहा है आइये जानते है इसमें क्या कर के दरिद्रता से मुक्ति पाई जा सकती है?* नमस्कार दरिद्रता एक अभिशाप है इस अभिशाप को केवल भौतिक मेहनत के द्वारा दूर नहीं किया जा सकता यह जन्मों-जन्मों का नकारात्मक संग्रह है हमें कभी ना कभी इस दरिद्रता से अपने आप को दूर करना ही होगा आज करें या कल करें या आगे कभी करें दरिद्रता से जान छुड़ानी ही होगी यह दरिद्रता अपने आप पीछा नहीं छोड़ती इस तरह से पीछा छुड़ाने के लिए सबसे अच्छा साधन है साधना बड़ा सौभाग्य हो यदि कोई ऐसा मिले जो हमें दरिद्रता को दूर करने वाला उपाय बता दे और वह हम अच्छी तरह से करके इस दर्द का से अपनी जान छुड़ा ले दरिद्रता निवारण का शुभ अवसर आ रहा है आप चाहें तो इस साधन आत्मक समय का लाभ उठाकर साधना कर सकते हैं और दरिद्रता को अपने से दूर कर सकते हैं यह शुभ मुहूर्त 12 जनवरी को रवि पुष्य योग के द्वारा आ रहा है 13 जनवरी को गणेश चतुर्थी के रूप में आ रहा है और 14 जनवरी को माग सक्रांति के रूप में आ रहा है यह तीनों दिन अपने आप में नकारात्मक शक्तियों को नकारात्मक उर्जा ओं को दरिद्रता को दूर करने के लिए बहुत ही श्रेष्ठ दिन है आप इन तीनों दिनों में एक प्रकार की साधना करें दो प्रकार की साधना करें तीन प्रकार की साधना करें तो आपको जीवन में नकारात्मक प्रभावों से दूर होने की शक्ति और सामर्थ्य प्राप्त होगा और दरिद्रता दूर होगी 13 जनवरी गणेश चतुर्थी के अवसर पर दर्द का निवारण के लिए विघ्न हरण गणपति साधना का श्रेष्ठ मुहूर्त आ रहा है जो भी कोई इस रात्रि को विघ्नहरण गणपति साधना करता है नकारात्मक उड़ जाएं दरिद्रता रोग शोक कष्ट पीड़ा दुख तकलीफ सभी उसके जीवन से दूर होना शुरू कर देते हैं और सुख सौभाग्य शांति यश वैभव कीर्ति का आगमन प्रारंभ होता है गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष मनोकामना पूर्ति हेतु आप विजयगणपति साधना भी कर सकते हैं विजय गणपति साधना के प्रभाव से जो कार्य आपका बहुत समय से रुका हुआ है वह कार्य संपन्न होने में भगवान गणपति के आशीर्वाद से आपको शीघ्र सफलता प्राप्त होने के अवसर प्राप्त होंगे चाहे आप नौकरी से संबंधित मनोकामना है चाहे व्यापार से संबंधित मनोकामना है चाहे मकान से संबंधित विद्या से संबंधित भाग्य उन्नति से संबंधित किसी भी तरह की आपकी विशेष मनोकामना है जो बहुत समय से रुकी हुई है उस मनोकामना को पूरा करने के लिए आप विजय गणपति साधना गणेश चतुर्थी के अवसर पर कर सकते है जिस किसी का भी व्यापार है और व्यापार में उन्नति नहीं हो रही है उसको लगता है कि किसी भी वजह से मेरा व्यापार अपने आप में बंधा हुआ है चाहे वह ग्रह दशा के कारण है नजर के कारण है किसी तंत्र प्रयोग के कारण हैं कोई भी वजह हो सकती है जब उसको महसूस होता हो कि मेरा व्यापार उन्नति को प्राप्त नहीं हो रहा और व्यापार फंसा पड़ा है और कर्जा बढ़ता जा रहा है तो ऐसे व्यापारियों को चाहिए कि व्यापार बंद मुक्त साधना करनी चाहिए यह साधना 12 जनवरी को रवि पुष्य योग के अवसर पर प्रातः काल कर कर सकते हैं इस साधना के प्रभाव से बधावा व्यापार खुल जाता है और व्यापार उन्नति प्राप्त होती है रवि पुष्य योग के अवसर पर आकस्मिक धन प्राप्ति हेतु कर्ज निवारण हेतु कुबेर साधना करने का सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त है इस रवि पुष्य योग का लाभ उठाते हुए कुबेर जी की कृपा प्राप्ति हेतु कुबेर साधना करनी ही चाहिए जिससे बहुत समय से धन के कारण जो समस्या प्रा उत्पन्न हुई है उसके निवारण की साधन बनने शुरू होते हैं और अति शीघ्र श्रेष्ठ धन की प्राप्ति होती है और हमारी धन संबंधी चिंताएं अति शीघ्र दूर होती हैं अतः रवि पुष्य योग के अवसर पर आकस्मिक धन प्राप्ति हेतु कुबेर साधना करनी चाहिए जिन लोगों को ग्रह दशा बहुत ज्यादा है कालसर्प योग है चांडाल योग है ग्रहण योग है षडाष्टक योग है कोई ग्रह अस्त है कोई ग्रह नीच है कोई ग्रह आठवें स्थान पर है कोई ग्रह सर आठ छठे स्थान पर है इस प्रकार से ग्रहों की स्थिति के कारण जीवन बहुत खराब हालत में चल रहा है तो उनके जीवन में श्री को स्थापित करने के लिए और हर तरह की ग्रह बाधा दूर करने के लिए शुभ अवसर है 14 जनवरी को माग सक्रांति इस दिन श्री यंत्र की साधना प्रारंभ करके और लगातार श्री यंत्र की पूजा और मंत्र जाप करने से उसके घर में समस्त प्रकार की बाधाओं दूर होती हैं एवं श्री स्थापना होती है भगवती महालक्ष्मी का आगमन होता है और सुख शांति सौभाग्य यश उन्नति प्रतिष्ठा और ऐश्वर्य की निरंतर प्राप्ति संभव होती है जिन लोगों के जीवन में उनके घर में अदृश्य शक्तियों का बार-बार आगमन हो रहा है पित्र बाधा के कारण यह भूत प्रेत जैसी अदृश्य बाधाओं के कारण जीवन में बहुत समस्याएं उत्पन्न हो गई है उनके लिए रवि पुष्य योग अपने आप में रामबाण औषधि के रूप में आ रहा है इस अवसर पर आप हनुमान साथ सुरक्षा साधना करें इस साधना के प्रभाव से आपके शरीर की आपके घर के लोगों की आपके पूरे परिवार की हनुमान जी भगवान राम जी की कृपा से सुरक्षा करनी शुरू कर देते हैं हर तरह के अदृश्य शक्तियों की वादा आपसे दूर होती है और निरंतर सुख सौभाग्य की वर्षा जीवन में प्रारंभ हो जाती है अतः रवि पुष्य योग के अवसर पर इन 3 दिनों में आप जितनी ज्यादा हो सकता है हनुमान सुरक्षा साधना अवश्य करें