वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा हर व्यक्ति चाहे वह विवाहित हो या अविवाहित उसकी यह जानने की इच्छा प्रबल रहती है कि उसका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा जो लोग अविवाहित हैं उनमें यह उत्कंठा ज्यादा होती है लेकिन विवाहित लोग भी जो अपने दाम्पत्य जीवन से परेशान हैं वह भी यह जानना चाहते हैं कि आखिर इस मैरिज का क्या भविष्य है? इस प्रश्न के बारे में सबसे ज्यादा उत्सुकता उन माता पिता को रहती है जिन की पुत्री का विवाह अभी तक नहीं हुआ है ! आइए हम यह देखते हैं कि नाड़ी एस्ट्रोलॉजी के माध्यम से हम इन सब बातों का पता कैसे करें ? इस प्रश्न को कई तरीके से हल किया जाता है सबसे पहले शुक्र को देखते है जो विवाहित जीवन का सिग्निफिकेंटर प्लेनेट है अगर वह 2,7,11का काम्बीनेशन दिखा रहा है तो यह निश्चित है कि वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा लेकिन यदि शुक्र 1,6,10 या 6,8,12, दिखा रहा है वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं रह सकता. इसी तरह यदि सेवंथ CSL भी उपरोक्तानुसार ही कॉन्बिनेशन दिखा रहे हैं तब भी वही रिजल्ट मिलेंगे। यहां 7th CSL की भूमिका भी निर्णायक होती है . यदि महादशा किसी ऐसे ग्रह की चल रही है जिसमें 2,7,11 signify हो रहे हैं तो वह पूरी महादशा वैवाहिक जीवन के लिए सर्वोत्तम है लेकिन अगर महादशा 1,6,10 दर्शा रही है तो फिर यह वैवाहिक जीवन के लिए सुखद स्थिति नहीं है और उस पूरी महादशा के दौरान दांपत्य जीवन तनावपूर्ण रहेगा यदि महादशा राहु केतु या शनि की है तो फिर तलाक होना निश्चित ही है इस तरह से विश्लेषण कर लेने के पश्चात नाडी एस्ट्रोलॉजी के माध्यम से हम इस प्रश्न का उत्तर बेहद सटीकता के साथ दे सकते हैं । मुझे एक प्रकरण याद आ रहा है कि काफी समय पहले एक महिला अपना हॉरोस्कोप मुझे दिखाने आई थी उसकी समस्या यह थी उसका दांपत्य जीवन तनावपूर्ण चल रहा था और उसके पति ने डिवोर्स के लिए पेपर्स भेज दिये थे वह मुझसे जानना चाहती थी कि इस मामले में क्या किया जाए मैंने जब उसकी कुंडली का विश्लेषण किया तो पाया कि सूर्य की महादशा चल रही है जो लगभग समाप्ति की ओर है सूर्य मैं 1,6,10 का कॉन्बिनेशन था आगे आने वाली दशा चंद्रमा की थी जो 2,7,11 दिखा रही थी मैं ने उस महिला को सलाह दी कि 6 महीने के लिए आप चुप करके बैठ जाओ जैसे ही सूर्य की महादशा समाप्त होगी आपकी समस्या भी समाप्त हो जाएगी चंद्रमा की महादशा आते ही आप दोनों का दांपत्य जीवन सामान्य हो जायेगा और वही हुआ जैसे ही सूर्य की महादशा समाप्त हुई उसके पति को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन दोनों ने फिर साथ रहने का निर्णय कर लिया तो यह है नाडी की विशेषता जिसमें हम किसी भी प्रश्न का इतनी सटीकता के साथ विश्लेषण कर सकते हैं।