वर्जित दान लाल किताब अनुसार
१. चन्द्रमाँ यदि छटे भाव में हो तो तालाब , पियाउ के काम में भाग न ले
फल :,संतानहींन ,असमय मौत
२. शनि आठवें भाव में हो तो धर्मशाला न बनवाए
फल:स्वयं बेघर
३. वृस्पति दसवे व चन्द्र चौथे भाव में हो तो मंदिर मस्जिद बनवावे
फल : झूटी तोहमत (इल्जाम ). फांसी सजा
४. शुक्र नवे भाव में हो तो दवा किताबे दान नहीं करनी चाहिए
फल: धन हानि
५. चन्द्र यदि बारवे भाव में हो तो साधु संतो की सेवा नहीं करनी चाहिए
फल : अशांत जीवन,मौत के बाद भी नहीं शांति
६. वृस्पति सातवें भाव में हो तो कपडे साधु संतो को दान नहीं करने चाहिए
फल,संतान सुख में कमी