बिल्ली की ज़ेर
बिल्ली के प्रसव केपश्चात् एक झिल्ली जैसी वस्तु निकलती है। वस्तुतः इसी झिल्ली में गर्भस्थ बच्चा रहता हैबच्चे के जन्म के समय वह झिल्ली भी बच्चे के साथ बाहर आ जाती है। यह झिल्ली (थैली) लिजलिजी, रक्त और पानी के सनी हुई ,और देखने में घृणित होती है। सामान्यतः इसे ही नाल या ज़ेर कहते हैं।ये सूखने के बाद कठोर हो जाती नही ,झिल्ली बाहर आते ही स्वभावतः तुरंत ही बिल्ली उसे खा जाती है।इसका पाना बड़ा ही दुर्लभ है
घर में सिन्दूर के साथ इसे रखने से रखने मात्र से लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है :
आजकल बाजार में बहुत सी नकली ज़ेर मिल रही रही है, भरोसे की जगह से ही इसे ले ,
asli kaha milegi yh bhi bataane ki kripa kare guru g