सभी नवग्रहों में मंगल को विशेष स्थान दिया गया है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी कहा जाता है. मंगल की नीच राशि कर्क और उच्च राशि मकर है. इस बार मंगल अपनी उच्च राशि मकर में प्रवेश कर रहा है जहां शनि देव पहले से ही विराजमान है.मंगल ग्रह 22 मार्च, 2020 रविवार को दोपहर 13:44 बजे धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगाऔर 03 मई तक इसी राशि में स्थित रहेंगे।
यह मंगल की उच्च राशि है, इसलिए यहाँ मंगल काफी बलशाली हो जाता है। मंगल एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है और मकर एक पृथ्वी तत्त्व की राशि है। इस प्रकार एक अग्नि तत्त्व प्रधान ग्रह का प्रवेश पृथ्वी तत्व प्रधान राशि में होगा तो मंगल के प्रभाव में वृद्धि होगी। ज्योतिष शास्त्र में शनि मंगल की युति को अच्छा नहीं माना गया क्योंकि शनि दास है तो मंगल सेनापति, दास के घर में जाकर सेनापति मंगल की शक्ति और पावर बढ़ जाती है आईये अब जानते हैं कि मंगल के मकर राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशियों के लोगों पर किस रूप में पड़ने वाला है। मंगल गोचर मेष राशि मंगल का गोचर मेष राशि के लोगों के लिए दशम भाव में कर रहा है. मेष राशि के लोगों को कार्यस्थल पर मान सम्मान मिलेगा. नौकरी में अच्छा पद मिल सकता है. हालांकि, यह गोचर पारिवारिक सुख के लिए सही नहीं है. मंगल गोचर वृषभ राशि मंगल का गोचर वृषभ राशि के लिए नवम भाव में होगा. गोचर का इस राशि के लोगों को फायदा होगा. भाग्य में बढ़ोतरी होगी. तीर्थ पर जाने का मौका मिल सकता है. मंगल गोचर मिथुन राशि मंगल का गोचर मिथुन राशि के लोगों के लिए आठवें भाव में होगा. इस वजह से सेहत से जुड़ी परेशानी हो सकती है. पारिवारिक नजर से मंगल का गोचर ठीक नहीं है. धन को लेकर चिंता हो सकती है. किसी को उधार न दें. मंगल गोचर कर्क राशि मंगल का गोचर कर्क राशि के लोगों के लिए सातवें भाव में होगा. सातवें भाव में मंगल के गोचर का फायदा आपके कारोबार को मिलेगा. दांपत्य जीवन में कुछ परेशानी आ सकती है. मंगल गोचर सिंह राशि के उपाय मंगल का गोचर सिंह राशि के लोगों के लिए छठे भाव में होगा. यह गोचर अच्छा माना जा रहा है. शत्रू आपके सामने झुक जाएंगे. हालांकि, खर्चें थोड़े बढ़ेंगे. मंगल गोचर कन्या राशि के उपाय मंगल का गोचर कन्या राशि के लोगों के लिए पांचवें भाव में होगा. प्रेम संबंधों में दरार पड़ सकती है. छात्रों के लिए समय ठीक नहीं होगा. संतान वालों को नुकसान होगा. मंगल गोचर तुला राशि के उपाय मंगल का गोचर तुला राशि के लोगों के लिए चौथे भाव में होगा. इस समय पर इनके सुख बढ़ेंगे. जमीन से जुड़े मामले सुलझ जाएंगे. कार्यस्थल पर परेशानी आ सकती है. मंगल गोचर वृश्चिक राशि मंगल का गोचर वृश्चिक राशि के लोगों के लिए तीसरे भाव में होगा. आपके पराक्रम में बढ़ोतरी होगी. आप सभी कार्य मेहनत और ईमानदारी से करेंगे. पिता की सेहत खराब हो सकती है. यात्राओं में कष्ट हो सकता है. बचाव के लिए उपाय के तौर पर भाई- बहन को कोई तोहफा दें. मंगल गोचर धनु राशि मंगल का गोचर धनु राशि के लोगों के लिए दूसरे भाव में होगा. इसकी वजह से घर में शुभ और मांगलिक कार्य होंगे. पैसों से जुड़ी परेशानी दूर होगी. हालांकि, आपकी वाणी में कटुता आएगी. किसी करीबी से झगड़ा हो सकता है. मंगल गोचर मकर राशि मंगल का गोचर मकर राशि के लोगों के लिए लग्न भाव में होगा. इस वजह से आपके अंदर क्रोध बढ़ेगा. इसका असर पारिवारिक और दांपत्य दोनों जीवन पर पड़ सकता है. मंगल गोचर कुंभ राशि मंगल का गोचर कुंभ राशि के लोगों के लिए बारहवें भाव में होगा. इस गोचर की वजह से आपका व्यय बढ़ सकता है. आपको कर्जा लेना पड़ सकता है. रक्त संबंधी बीमारी हो सकती है. मंगल गोचर मीन राशि मंगल का गोचर मीन राशि के लोगों के लिए ग्यारवहें भाव में होगा. आपकी इस समय में आय बढ़ेगी. बड़े भाई की ओर से लाभ मिल सकता है. प्रेम संबंधों के लिए समय ठीक नहीं है. मंगल की गोचर की शुभ प्रभाव को पाने के लिए और अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सभी राशि वाले लोग इन उपायों को अपना सकते हैं मंगल के अशुभ से बचाव के लिए बतौर उपाय मंगलग्रह के मंत्र “ॐ अं अंगारकाय नम: या ऊँ भौं भौमाय नम: का जाप 108 बार करें मंगल यत्र की स्थापना करके विधिवत पूजा करें. मंगलवार के दिन रक्तदान करें. किसी पार्क या मंदिर में मंगलवार के दिन अनार का पेड़ लगाएं. उपाय के तौर पर मंगल के बीज मंत्र “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जाप करें. गौमाता को गुड़ और गेंहू खिलाएं. मंगलवार के दिन गेंहू और गुड़ का दान करें. हनुमान जी को खुश करें उनको प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा, बजरंग बाण का पाठ करें हनुमान बाहुक का पाठ करना विशेष लाभदाई होगा हनुमान जी को लाल पुष्प अर्पित करें गुड़हल के पुष्प अर्पित कर सकते हैं तुलसी की माला या तुलसी दल अर्पित करने से भी हनुमान जी प्रसन्न होते हैं सुंदरकांड का पाठ करने से भी मंगल से मिलने वाले अशुभ प्रभाव को खत्म किया जा सकता है
jai mangal deva