शेयर मार्केट में लाभ और हानि के ग्रह योग - ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों को राहु अनुकूल चल रहा होता है या जिन पर राहु की महादशा होती है, उन्हीं को इन धंधों से लाभ होता है।
राहु के साथ साथ ही कुण्डली में मौजूद धनेश-एकादशेश, लग्नेश, चतुर्थेश, पंचमेश, भाग्येश यानि नवमेश की स्थिति भी मजबूत हो, तो ही व्यक्ति इन धंधों से जिंदगी भर कमा सकता है, फिर चाहे उस आदमी को सट्टे, लॉटरी या शेयर मार्केट की ए बी सी डी भी मालूम न हो।
यदि लग्नेश, नवमेश, दशमेश, एकादशेश अथवा चतुर्थेश व पंचमेश की दशा-अंतरदशा चल रही हो, संबंधित स्वामी ग्रहों की स्थिति मजबूत हो, ग्रह उच्च के हों, गोचर भी अनुकूल हो, शनि की साढ़ेसाती या ढैया की स्थिति न हो, क्रूर व पापी ग्रहों का संयोग न उपस्थित हो या फिर चंद्रमा बली हो तो ऐसी कुण्डली वाले लोग सट्टा, लाटरी, शेयर मार्केट, जुए आदि में बहुत जल्दी अथाह धन कमाने में सफल रहते हैं।
इसके अलावा यदि जातक की जन्म कुण्डली में अष्टम भाव बेहद मजबूत हो तो भी सट्टा, लाटरी, शेयर आदि में अच्छा लाभ कमाने का योग बनता है। यही नहीं जिसकी कुंडली में अष्टम भाव मजबूत होता है तो वह विरासती संपत्ति में जमीन-जायदाद भी प्राप्त करता है। यदि इनमें से एक भी चीज प्रतिकूल हो या अकेला राहू ही आपकी कुंडली में उल्टा चल रहा है तो फिर बड़े से बड़ा मार्केट विशेषज्ञ भी पैसा नहीं कमा सकता। इतना अवश्य है कि वह अपने ज्ञान से दूसरों को कमा कर दे सकता है, परन्तु खुद नहीं कमा पाएगा। इसीलिए शेयर मार्केट या कमोडिटी बाजार में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले व्यक्ति को अपनी जन्मकुंडली का किसी अच्छे ज्योतिषी से विश्लेषण अवश्य करवा लेना चाहिए।
शेयर-मार्किट में सफलता के कुछ अन्य विशेष ग्रहयोग – 1. यदि कुंडली में पंचमेश पंचम भाव मेंही स्थित हो तो शेयर मार्किट से जुड़करलाभ प्राप्त होता है।
2.यदि पंचमेश (पंचम भाव कास्वामी) स्व या उच्च राशि में होकरशुभ स्थान में हो तो शेयर मार्किट मेंलाभ प्राप्त होता है।
3. यदि बली पंचमेश की पंचम भाव परदृष्टि हो तो यह भी शेयरमार्केट मेंसफलता दिलाता है।
4. पंचमेश का दशम या एकादश भावमें होना भी शेयर मार्किट से जुड़करलाभ कराता है।
5. यदि पंचमेश दशम भाव में औरदशमेश पंचम भाव में हो तो शेयरमार्किट से जुड़कर व्यक्ति लाभ प्राप्तकरता है।
6. यदि पंचमेश लाभ स्थान (ग्यारहवाभाव) में और लाभेश पंचम भाव में होतो व्यक्ति शेयर मार्किट से बहुत लाभकमाता है।
7. पंचमेश और धनेश का राशिपरिवर्तन भी शेयर मार्किट में अच्छेपरिणाम दिलाता है।
8. यदि लाभेश लाभ स्थान में हो यालाभेश की लाभ स्थान पर दृष्टि होतथा पंचमेश और पंचम भाव शुभस्थिति में हों तो भी शेयर मार्किट मेंअच्छा लाभ मिलता है।
9. पंचमेश का लाभेश या दशमेश केसाथ केंद्र – त्रिकोण में होना भी इसक्षेत्र से लाभ कराता है।
10. भाग्येश और पंचमेश का राशिपरिवर्तन भी शेयर मार्किट के लिएअच्छा योग है।
11. राहु का लाभ स्थान (ग्यारहवाभाव) में होना शेयर मार्किट के क्षेत्र केलिए सहायक होता है पर पंचम भावऔर पंचमेश शुभ स्थिति में होनेचाहियें।
12. यदि शुक्र स्व या उच्च राशि में होतथा पंचमेश शुभ स्थान (केंद्र–त्रिकोण) में हो तो यह भी शेयर मार्किटमें अच्छी सफलता दिलाता है।
13. राहु का उच्च राशि में होकर शुभ स्थान में बैठना भी व्यक्ति को आकस्मिक निर्णय लेने की अच्छी क्षमता देकर शेयर मार्किट के क्षेत्र में सहायक होता है।
14. राहु शुभ भाव में हो कुंडली के शुभकारक ग्रहों के प्रभाव में हो तथा किसी ग्रह के साथ कोई दुर्योग न बना रहा हो तो भी इस क्षेत्र के लिए सहायक होता है। 15.यदि आपकी कुंडली के दूसरे, चौथे, नौंवें और ग्यारहवें भाव में कोई शुभ ग्रह बैठा हो तो आपको शेयर मार्केट में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
16. दूसरे, चौथे या नौवें भाव का स्वामी किसी शुभ स्थान में विराजमान हो और इनकी दृष्टि चंद्रमा पर पड़ रही हो। ज्योतिष की नज़र से जानें स्टॉक मार्केट का खेल
17.दूसरे या नौंवें भाव का स्वामी चंद्रमा या बृहस्पति के साथ युति में ग्यारहवें घर में बैठा हो तो शेयर मार्केट में आपकी किस्मत चमक सकती है।
18. कुंडली में दूसरे भाव का स्वामी ग्यारहवें घर में और ग्यारहवें घर का स्वामी दूसरे घर में बैठा हो तो इस स्थिति में परिवर्तना योग का निर्माण होता है। जिस जातक की कुंडली में ये योग बन रहा हो उसे शेयर मार्केट में पैसा लगाने से दोगुना लाभ होता है।
19. यदि गुरु लग्न भाव में विराजमान हो और दूसरे, पांचवें और नौंवें घर के स्वामी की इस पर दृष्टि पड़ रही हो तो जातक को शेयर मार्केट में बहुत फायदा मिलता है।