वास्तु विचार नैऋत्य_दिशा_महत्त्व_दोष_एवं_शांति दिशा न० 4:- नैऋत्य कोण के अधिपति देवता निऋति नामक एक राक्षस है | यदि यह दिशा सभी प्रकार से वास्तु अनुरूप हो तो गृह में शत्रु परास्त होता है | इस कोण पर राहु का भी वास होता है ||
नैऋत्य कोण पर राक्षसी शक्तियों का वास होता है | यह दक्षिण व पश्चिम दिशा को मिलाने वाला कोण है ! यदि यह कोण भवन में दूषित होगा तो वहां रहने वाले लोगों के चरित्र में दोष पाया जाता है |
शत्रु उससे अधिक प्रबल होता है ! व भूत प्रेत आदि का भी वास होता है आकस्मिक मृत्यु भी होती है || भवन का नैऋत्य कोण कभी भी खुला एवं नीचा नहीं रखना चाहिए | यहां का छोटा सा गड्ढा भी प्राणघातक बन जाता है !
यह ईशान से बिल्कुल विरुद्ध प्रभाव वाला कोण है ! ईशान जितना नीचे हो नैऋत्य उतना ही ऊपर हो ईशान जितना खुला हो नैऋत्य उतना ही ढका हो, ईशान जितना हल्का हो नैऋत्य उतना ही भारी हो, ईशान जितना अग्रेत हो नैऋत्य उतना ही सीधा होना चाहिए |
नैऋत्य कोण में भूलकर भी कुआं नहीं खुदवाना चाहिए | घर के अंदर का जल नैऋत्य में नहीं बहना चाहिए ! यदि भवन का नैऋत्य व ईशान शास्त्र सम्मत है तो अन्य त्रुटियों को अनदेखा भी किया जा सकता है ||
नैऋत्य दिशा की तरफ की खाली भूमि कोई बिना धन के भी दे तो अपनी भूमि में नहीं मिलाना चाहिए | नैऋत्य पर निर्माण सबसे पहले कराना चाहिए ! निर्माण के समय गृह स्वामी को बाहर यात्रा पर नहीं जाना चाहिए ||
नैऋत्य सबसे ऊंचा रहे उसकी अपेक्षा अग्नि कोण कुछ नीचा, अग्नि की अपेक्षा वायव्य कोण नीचा रहे, एवं वायव्य की अपेक्षा ईशान कोण नीचे रहना चाहिए ! अर्थात ईशान सबसे नीचा रहे ||
गृह के सबसे बड़े व्यक्ति का शयनकक्ष नैऋत्य दिशा में होना चाहिए | नैऋत्य में खिड़की व सीवर टैंक नहीं रखना चाहिए | नैऋत्य कोण को साफ सुथरा रख वहां सभी सफाई का सामान जैसे झाड़ू पोछा आदि रखना चाहिए ||
यदि नैऋत्य भाग पर कोई टीला या बड़ा वृक्ष हो तो उसे वैसे ही छोड़ देना चाहिए || नैऋत्य यदि अग्रेत होगा तो ऐसा व्यक्ति सदा कोर्ट कचहरी केस मुकदमा ऋण शत्रु संबंधी समस्याओं से जूझता रहेगा || नैऋत्य दिशा से यदि वर्षा के जल अथवा नाली इत्यादि से जल का वहिर्गमन होता हो तो उस घर के पुरुष एवं यदि बोरिंग कुमार आदि हो तो घर की स्त्रियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा |
यहां पर कभी भी शौचालय या स्नानघर नहीं बनवाना चाहिए ||
नैऋत्य दिशा में कोई दोष आ रहा हो तो उस दिशा में सभी दिशाओं की अपेक्षा दीवार को ऊंचा कर देना चाहिए ||
very nice article by Astro Ravi ji
Very important and nice articles