*करवाचौथ 2021 पांच वर्षों बाद बनेगा बेहद शुभ योग।*
24 अक्टूबर रविवार कार्तिक कृष्णपक्ष चतुर्थी के दिन करवा चौथ मनाया जाएगा। महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए सुबह से निर्जला व्रत करती हैं रात में चांद का दीदार करने और छलनी से पति का चेहरा देखने के बाद महिलाएं इस व्रत को खोलती हैं। ज्योतिषाचार्य अजय शास्त्री के अनुसार *करवा चौथ का महत्व* करवा चौथ के व्रत को लेकर शास्त्रों में बताया गया है इसको करने से न सिर्फ पति की आयु लंबी होती है बल्कि इस व्रत को करने से विवाहिक जीवन की सारी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसदिन भगवान शिव, मां पार्वती व गणेश जी की पूजा का विधान बताया गया है। *करवा चौथ पर शुभ योग* ज्योतिषाचार्य के अनुसार इसवर्ष करवाचौथ के पर्व पर ज्यादा खास बन रहे योग ज्योतिषीय गणना अनुसार 5 वर्षों के बाद शुभ योग बन रहा है।
रविवार को होने से सूर्य भगवान व्यक्ति को आयु ,आरोग्य व सौभाग्य की प्राप्ति, करवाचौथ का व्रत, रोहिणी नक्षत्र में पूजा कि जायेगी और रोहिणी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में सभी से सुंदर व चंद्रमा का प्यारा नक्षत्र होने से इसबार करवाचौथ सौभाग्य के लिए विशेष सुखदायी माना जाता है।रोहिणी नक्षत्र में ही चंद्रोदय रेवाड़ी समयानुसार 20:10: 47 पर चंद्रोदय होगा। करवा चौथ पूजा मुहूर्त सायं 17:45 से 18:53 तक होगा। शास्त्री जी के अनुसार *करवा चौथ पर कैसे करें पूजा* सुहाग का सामान, चुनरी, छलनी, मिट्टी का बर्तन, गंगाजल, कुमकुम चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, मीठा, कच्चादूध,घी, चांद निकलने के पहले सारा सामान थाली में रख लें फिर चांद निकलने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व छलनी से पति का मुख देखकर व्रत खोलें।