राशियों का तत्व विवेचन
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छिति जल पावक गगन समीरा।
पंच रचित यह अधम शरीरा।।
पंचमहाभूत सिद्धांत के अनुसार यह समस्त सृष्टि इन पंचमहाभूतों से मिलकर के बनी हुई है।
यत पिंडे तथा ब्रह्मांडे के अनुसार सृष्टि की समस्त दृश्य मान और अदृश्य मान संस्थाएं इन्हीं तत्वों का आनुपातिक रूप है,
इन्हीं पंचमहाभूतों से मिलकर हमारा शरीर बना है,
पांच तत्व जिनके सभी के गुण अपने आप में भिन्न-भिन्न हैं इन्हीं पांच तत्वों में से एक है अग्नि तत्व जिसका मूलतः गुण है खा जाना जो भी पदार्थ अग्नि के अंदर आएगा उसे यह अग्नि तत्व खा जाएगा। यह अग्नि तत्व हर चीज को खा जाती है। इस अग्नि तत्व का एक और गुण है अपनी परिधि को, अपने आसपास को बढ़ाना,
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लग्न भाव और कालचक्र की प्रथम राशि मेष अग्नि तत्व का उद्गम है मेष राशि या प्रथम भाव जातक का शरीर होता है यदि शरीर के अंदर तेजस्विता ना हो तो है शरीर बेकार है, शरीर के अस्तित्व के लिए यह अग्नि तत्व आवश्यक है,
पंचम भाव और सिंह राशि जो चयापचय के लिए आवश्यक है इसलिए यह अग्निमय है और इसका गुणधर्म है अपनी परिधि का विस्तार करना अर्थात प्रजनन,
नवम भाव और धनु राशि का तत्व भी अग्नि तत्व है, जिससे कि आत्माओं के पाप और पुण्य कर्मों का सर्वशक्तिमान की अग्नि में भस्मीभूत कर देना।
जब यह अग्नि तत्व की राशियां किसी जातक की कुंडली में अलग-अलग भावों में स्थित होती हैं तो जातक में निम्न प्रकार के गुणधर्म पैदा करती हैं-
1/क्रोधी, अनासक्त, अभिमानी, भारी
शरीर - रचना।
2 /झूठ बोलने के लिए इच्छुक, खर्चीला, दूसरों को हानि पहुंचाने की प्रवृत्ति
3 /साहस, आत्मविश्वास और बोल्डनेस।
4 /शिक्षा में कठोर, अग्नि से संबंधित व्यवसायों में कार्य करना।
5 / यौन संबंधों मैं रुचि बलात्कारी,
वेश्यावृत्ति और अश्लील नृत्य मैं रुचि, छोटे बच्चों को यौन संबंधों की ओर प्रेरित करना।
6 / शरीर में अत्याधिक गर्मी के कारण होने वाली बीमारियाँ;
7 /अनैतिक पत्नी और विरोधी।
8/ मांसपेशियों को नुकसान, हत्या, धमकी, दुर्घटनाएं,
आत्महत्या की प्रवृत्ति मानसिक अस्थिरता।
9/ उच्चशिक्षित, धार्मिक होते हुए भी कुशाग्रता का अभाव,
कट्टरता, कई मामले, प्रबंधकीय कौशल।
10/ उद्योग, मुख्य कार्यकारी जिम्मेदारियाँ।
11/ दूसरों को पीड़ा पहुंचाने वाला मित्र, लालची और अहंकारी होना।
12/ गुप्त और तोड़फोड़ की गतिविधियों में शामिल,
masochistic.
समय मिलते ही पृथ्वी तत्व राशियों के संदर्भ में लिखने का प्रयास करूंगा।।