पितृ दोष क्या है?
Shareपितृ दोष क्या है? *पितृ दोष* पितरों का श्राप नहीं है, बल्कि यह पितरों का *कर्म ऋण है* जिसे उस व्यक्ति से चुकाने की अपेक्षा की जाती है जिसकी कुंडली में यह विद्यमान होता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष उसके पूर्वजों के द्वारा किये गए बुरे कर्मों या उनकी खराब नियति का परिणाम होता है, अपने इस भाग्य के कर्ज को व्यक्ति से उन सजाओं के माध्यम से चुकाने की अपेक्षा की जाती है जिन्हें इन कर्जों के द्वारा उसके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में तय किया गया है। जन्म कुंडली में पितृ दोष वाले व्यक्ति को तब तक कष्ट भोगने पड़ सकते हैं जब तक कि वह अपने इस पितृ दोष से सजा के माध्यम से या फिर अपने अच्छे कार्यों के माध्यम से मुक्त नहीं हो जाता। अतः जन्म कुंडली में पितृ दोष होने का एक अर्थ पूर्वजों द्वारा दिया गया श्राप नही है बल्कि जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है स्वयं उसके पूर्वज श्रापित होते हैं। अतः ऐसे व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा अच्छे कार्यों में स्वयं को लगाना चाहिए ताकि वो खुद और उसके पूर्वज भी ऐसे कष्टों से मुक्ति प्राप्त कर सकें जो कि पितृ दोष के कारण उत्पन्न हुए हैं।
Good sir
Nice sir jii
Bhut khub
Nice article
very nice article by Astro Ravi ji
This is the * karma loan * of fathers