भोजन द्वारा स्वास्थ्य

Share

Ravinder Pareek 04th Jun 2021

*भोजन द्वारा स्वास्थ्य*
*आहार ही उपचार*

*केला :-*
ब्लडप्रेशर नियंत्रित करता है,
हड्डियों को मजबूत बनाता है,
हृदय की सुरक्षा करता है,
अतिसार  में लाभदायक है, 
खांसी में हितकारी है।

*जामुन :-*
केन्सर की रोक थाम,
हृदय की सुरक्षा,
कब्ज मिटाता है,
स्मरण शक्ति बढाता है,
रक्त शर्करा नियंत्रित करता है,
डायबीटीज में अति लाभदायक।

*सेव :-*
हृदय की सुरक्षा करता है,
दस्त रोकता है,
कब्ज में फ़ायदेमंद है,
फ़ेफ़डे की शक्ति बढाता है।

*चुकंदर :-*
वजन घटाता है,
ब्लडप्रेशर नियंत्रित करता है,
अस्थिक्षरण रोकता है,
केंसर के विरुद्ध लडता है,
हृदय की सुरक्षा करता है।

*पत्ता गोभी :-*
बवासीर में हितकारी है,
हृदय रोगों में लाभदायक है,
कब्ज मिटाता है, 
वजन घटाने  में सहायक है, 
केंसर में फ़ायदेमंद है।

*गाजर ::-*
नेत्र ज्योति वर्धक है, 
केंसर प्रतिरोधक है, 
वजन घटाने में सहायक है, 
कब्ज मिटाता है, 
हृदय की सुरक्षा करता है।

*फूल गोभी :-*
हड्डियों को मजबूत बनाता है,
स्तन केंसर से बचाव करता है,
प्रोस्टेट ग्रंथि के केंसर में भी उपयोगी, 
चोंट, खरोंच ठीक करता है।

*लहसुन :-*
कोलेस्टरोल घटाती है, 
रक्त चाप घटाती है, 
कीटाणुनाशक है,
केंसर से लडती है।

*शहद :-*
घाव भरने में उपयोगे है, 
पाचन क्रिया सुधारती है, 
एलर्जी रोगों में उपकारी है, 
अल्सर से मुक्तिकारक है, 
तत्काल स्फ़ूर्ती देती है।

*नींबू :-*
त्वचा को मुलायम बनाता है,
केंसर अवरोधक है, 
हृदय की सुरक्षा करता है,
ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है,
स्कर्वी रोग नाशक है।

*अंगूर :-*
रक्त प्रवाह वर्धक है, 
हृदय की सुरक्षा करता है, 
केंसर से लडता है, 
गुर्दे की पथरी नष्ट करता है, 
नेत्र ज्योति वर्धक है।

*आम :-*
केंसर से बचाव करता है,
थायराईड रोग में हितकारी है,
पाचन शक्ति बढाता है, 
याददाश्त की कमजोरी में हितकर।

*प्याज :-*
फ़ंगस रोधी गुण हैं, 
हार्ट अटेक की रिस्क को कम करे,
जीवाणु नाशक है,
केंसर विरोधी है, 
खराब कोलेस्टरोल को घटाना।

 *अलसी के बीज :-*
 मानसिक शक्ति वर्धक है, 
रोग प्रतिकारक शक्ति को ताकत दे,
डायबीटीज में उपकारी है, 
हृदय की सुरक्षा करता है,
डायजेशन को ठीक करता है।

*संतरा :-*
हृदय की सुरक्षा करता है, 
रोग प्रतिकारक शक्ति उन्नत होना,
श्वसन पथ के विकारों में लाभकारी,
केंसर में हितकारी है।

*टमाटर :-*
कोलेस्टरोल कम करता है, 
प्रोस्टेट ग्रंथि के स्वास्थ्य के लिये उपकारी,
केंसर से बचाव करता है, 
हृदय की सुरक्षा करता है।

*पानी :-*
गुर्दे की पथरी नाशक है, 
वजन घटाने में सहायक है, 
केंसर के विरुद्ध लडता है, 
त्वचा के चमक बढाता है।

*अखरोट :-*
मूड उन्नत करन में सहायक है,
मेमोरी  पावर बढाता है,
केंसर से लड सकता है,
हृदय रोगों से बचाव करता है,
कोलेस्टरोल घटाने मेँ मददगार है।

*तरबूज :-*
स्ट्रोक रोकने में उपयोगी है, 
प्रोस्टेट के स्वास्थ्य के लिये हितकारी है, 
रक्तचाप घटाता है, 
वजन कम करने में सहायक है।

*अंकुरित गेहूं :-*
बडी आंत की केंसर से लडता है,
कब्ज प्रतिकारक है, 
स्ट्रोक से रक्षा करता है,
कोलेस्टरोल कम करता है, 
पाचन सुधारता है।

*चावल ::-*
किडनी स्टोन में हितकारी है,
डायबीटीज में लाभदायक है,
स्ट्रोक से बचाव करता है,
केंसर से लडता है, 
हृदय की सुरक्षा करता है।

*आलू बुखारा :-*
हृदय रोगों से बचाव करता है,
बुढापा जल्द आने से रोकता है,
याददाश्त बढाता है, 
कोलेस्टरोल घटाता है, 
कब्ज प्रतिकारक है।

*अनानास :-*
अतिसार (दस्त) रोकता है,
वार्ट्स (मस्से) ठीक करता है,
सर्दी, ठंड से बचाव करता है,
अस्थिक्षरण रोकता है,
पाचन सुधारता है।

*जौ, जई  :-*
कोलेस्टरोल घटाता है,
केंसर से लडता है, 
डायबीटीज में उपकारी है,
कब्ज प्रतिकारक् है,
त्वचा पर शाईनिंग लाता है।

*अंजीर  :-*
रक्त चाप नियंत्रित करता है,
स्ट्रोक्स से बचाता है, 
कोलेस्टरोल कम करता है, 
केंसर से लडता है,
वजन घटाने में सहायक है।

*शकरकंद :-*
आंखों की रोशनी बढाता है,
मूड उन्नत करता है, हड्डिया बलवान बनाता है, कैंसर से लडता है।

रविन्द्र पारीक 


Like (1)

Comments

Post

Latest Posts

यस्मिन् जीवति जीवन्ति बहव: स तु जीवति | काकोऽपि किं न कुरूते चञ्च्वा स्वोदरपूरणम् || If the 'living' of a person results in 'living' of many other persons, only then consider that person to have really 'lived'. Look even the crow fill it's own stomach by it's beak!! (There is nothing great in working for our own survival) I am not finding any proper adjective to describe how good this suBAshit is! The suBAshitkAr has hit at very basic question. What are all the humans doing ultimately? Working to feed themselves (and their family). So even a bird like crow does this! Infact there need not be any more explanation to tell what this suBAshit implies! Just the suBAshit is sufficient!! *जिसके जीने से कई लोग जीते हैं, वह जीया कहलाता है, अन्यथा क्या कौआ भी चोंच से अपना पेट नहीं भरता* ? *अर्थात- व्यक्ति का जीवन तभी सार्थक है जब उसके जीवन से अन्य लोगों को भी अपने जीवन का आधार मिल सके। अन्यथा तो कौवा भी भी अपना उदर पोषण करके जीवन पूर्ण कर ही लेता है।* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताराम।

न भारतीयो नववत्सरोSयं तथापि सर्वस्य शिवप्रद: स्यात् । यतो धरित्री निखिलैव माता तत: कुटुम्बायितमेव विश्वम् ।। *यद्यपि यह नव वर्ष भारतीय नहीं है। तथापि सबके लिए कल्याणप्रद हो ; क्योंकि सम्पूर्ण धरा माता ही है।*- ”माता भूमि: पुत्रोSहं पृथिव्या:” *अत एव पृथ्वी के पुत्र होने के कारण समग्र विश्व ही कुटुम्बस्वरूप है।* पाश्चातनववर्षस्यहार्दिकाःशुभाशयाः समेषां कृते ।। ------------------------------------- स्वत्यस्तु ते कुशल्मस्तु चिरयुरस्तु॥ विद्या विवेक कृति कौशल सिद्धिरस्तु ॥ ऐश्वर्यमस्तु बलमस्तु राष्ट्रभक्ति सदास्तु॥ वन्शः सदैव भवता हि सुदिप्तोस्तु ॥ *आप सभी सदैव आनंद और, कुशल से रहे तथा दीर्घ आयु प्राप्त करें*... *विद्या, विवेक तथा कार्यकुशलता में सिद्धि प्राप्त करें,* ऐश्वर्य व बल को प्राप्त करें तथा राष्ट्र भक्ति भी सदा बनी रहे, आपका वंश सदैव तेजस्वी बना रहे.. *अंग्रेजी नव् वर्ष आगमन की पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं* ज्योतिषाचार्य बृजेश कुमार शास्त्री

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताआलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताराम।राम।