पदोन्नति/प्रमोशन के उपाय

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Astro Rakesh Periwal 11th Sep 2017

पदोन्नति के उपाय / प्रमोशन के उपाय

पदोन्नति के उपाय

पदोन्नति, प्रमोशन के उपाय जानने वाले जातकों के लिए यह लेख वरदान साबित होगा। नौकरी पेशा लोगों को हर साल पदोन्नति और वेतन वृद्धि का इंतज़ार रहता है। सालभर बेहतर प्रदर्शन और मेहनत करने पर प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट मिलने से नौकरी करने वाला हर व्यक्ति खुश होता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जॉब कर रहे जातकों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलता है। उनके प्रमोशन में किसी न किसी प्रकार की रुकावट या बाधा देखने को मिलती है। नौकरी में प्रमोशन के लिए वैदिक ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। इस लेख में उन सभी सरल उपाय या टोटके बताए गए हैं। इन उपायों के माध्यम से नौकरी कर रहे जातक आसानी से अपनी मेहनत का फल प्रमोशन और इंक्रीमेंट के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। पदोन्नति प्राप्त करने के लिए ये सभी उपाय बेहद सरल और आसान हैं।ज्योतिषीय दृष्टिकोण

वैदिक ज्योतिष में दशम भाव कर्म का भाव होता है। इस भाव से हमें नौकरी और व्यवसाय का बोध होता है। इसके अलावा दशम भाव और दशम भाव का स्वामी सांसारिक जीवन में हमारे प्रदर्शन के बारे में सूचित करता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार कई ग्रह दशम भाव के लिए लाभकारी होते हैं और शुभ फल देते हैं। इनमें सूर्य कार्य क्षेत्र में हमारे लक्ष्य और महत्वाकांक्षा का कारक होता है। मंगल ग्रह हमारी व्यावसायिक आकांक्षा की पूर्ति के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और बेहतर प्रयासों के लिए प्रेरित करता है। वहीं बुध ग्रह बुद्धि और ज्ञान का कारक होता है इसलिए बुध के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में उन्नति मिलती है। बृहस्पति यानि गुरु की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं, साथ ही करियर के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा शनि देव जिन्हें कर्म अधिकारी कहा जाता है। वे हर मनुष्य को उसके कर्म के आधार पर शुभ फल और दंड देते हैं। काल पुरुष राशि चक्र में शनि स्वयं दशम भाव के स्वामी हैं। इस वजह से शनि देव कर्म और कार्य क्षेत्र में मनुष्य को अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रेरित करते हैं।

 

कुंडली में दशम भाव के स्वामी और दशम भाव के पीड़ित रहने से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में परेशानियां आती हैं। जब कोई क्रूर ग्रह दशम भाव में स्थित रहकर अशुभ फल देता है तो इसके परिणामस्वरुप नौकरी और व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जॉब मिलने में देरी, नौकरी से निकाला जाना, पदोन्नति नहीं होना, जॉब को लेकर असंतुष्ट रहना और करियर में तमाम तरह की परेशानी देखनी पड़ती है। जन्म कुंडली के अध्ययन से इस बात का पता लगाया जा सकता है।पदोन्नति प्राप्त करने के ज्योतिषीय उपाय:

 

कुंडली में दशम भाव के स्वामी से संबंधित मंत्रों का जप करना चाहिए।

यदि जातक विभिन्न ग्रहों के दुष्प्रभाव से पीड़ित रहता है तो भी नौकरी में परेशानी आती है। इसके निराकरण लिए घर पर नवग्रह हवन या मंदिर में नवग्रह अभिषेक करवाना चाहिए। इसके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नवग्रह हवन व अभिषेक से राहु-केतु के दोषों से भी मुक्ति मिलती है।

सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से व्यावसायिक जीवन में उन्नति होती है। सूर्य के प्रभाव से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा मनुष्य को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। इसके प्रभाव से आपको कार्य स्थल पर अपने वरिष्ठ सहकर्मियों और अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर चलने में मदद मिलेगी।

शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल का दीया जलाने से भी नौकरी में आ रही परेशानियां दूर होती है। शनि मंत्र का जप करने से शनि से संबंधित दुष्प्रभाव कम होते हैं। शनि देव की कृपा से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।

वे लोग जो व्यवसाय करते हैं उनके लिए व्यापार वृद्धि यंत्र एक वरदान है। इस यंत्र को अपने कार्य स्थल या ऑफिस में स्थापित करें। इस यंत्र के सकारात्मक प्रभाव से धन लाभ, संतुष्टि व आर्थिक हानि का संकट दूर होता है। साथ ही बिजनेस में पार्टनरशिप और व्यवसाय के विस्तार में मदद मिलती है।

इसके अलावा फेंग शुई के सिद्धांतों के अनुसार उत्तरी दिशा करियर और प्रोफेशनल लाइफ में वृद्धि से संबंधित होती है अत: इससे संबंधित उपाय करने से कार्य क्षेत्र में उन्नति होती है। उत्तर दिशा जल, नीला, काला और बैंगनी रंग का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में यदि उत्तर दिशा में पानी का कंटेनर, फुव्वारा, एक्वेरियम और विभिन्न रंगों की मछली व अन्य समुद्री जीव रखना, साथ ही उत्तर दिशा में दीवार पर नीला या काला चित्र लगाना प्रोफेशनल लाइफ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।नौकरी में प्रमोशन पाने के सरल टोटके:

1. शनि देव की आराधना करें

 

शनि देव हमारे कर्मों का फल देने वाले देव माने जाते हैं इसलिए नौकरी में प्रमोशन पाने वाले जातकों को शनिवार के दिन शनि देव की पूरे विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से उन्हें नौकरी में शीघ्र पदोन्नति प्राप्त होगी। शनि देव की आराधना करने की विधिः

 

प्रत्येक शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठें

इसके बाद सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान करें

इसके बाद पूजा स्थल (घर, मंदिर) पर पूजन के लिए विशेष प्रबंध करें

अब पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें

तिल, तेल और छाया पात्र का दान करें

धतूरे की जड़ धारण करें

सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें

शनि मंत्र का जाप करें- “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चराय नमः”

शनिवार को न करें ये 5 काम, नहीं तो हो जायेंगे बर्बाद !सूर्य देव की पूजा करें

सूर्य को समस्त ग्रहों का राजा कहा जाता है। यह जातक की कुंडली में सम्मान, सफलता, प्रगति एवं उच्च पदों को प्रदर्शित करता है इसलिए नौकरी में प्रमोशन की कामना करने वाले जातकों को रविवार के दिन सूर्य की आराधना करनी चाहिए। इससे उनके राजयोग का निर्माण होगा। सूर्य की आराधना के लिए विधिः

 

सूर्योदय से पहले उठें और अपनी नग्न आँखों से उगते हुए सूरज का दर्शन करें

रोज़ाना सुबह-सुबह सूर्य को तांबे के पात्र से जल अर्पित करें

12 मुखी रुद्राक्ष धारण करें

बेल मूल धारण करें

आदित्य हृदयम स्तोत्र का जाप करें

सूर्य यंत्र को विधि विधान से स्थापित करें

सूर्य बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”

हनुमान जी की आराधना करें

वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि नौकरी-पेशा करने वाले जातकों को जॉब में प्रमोशन नहीं मिल रहा है अथवा उनकी तनख़्वाह में वृद्धि नहीं हो रही है तो उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना करना चाहिए।

 

मंगलवार को शुभ मुहूर्त में हनुमान जी का चित्र/प्रतिमा खरीदें

उस चित्र/प्रतिमा को घर लेकर आएँ

अब जिस दिशा में आप सिर रखकर सोते हैं ठीक उसके सामने वाली दीवार पर हनुमानजी का फोटो लगाएँ

प्रतिदिन उठने के तुरंत बाद बजरंग बली के दर्शन करें

मंगलवार अथवा शनिवार को हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएँ

हनुमान चालीसा का जाप करें

मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में सिंदूर चढ़ाएँ

मंगलवार को बजरंग बाण का पाठ करें

यदि जातक विदेश में नौकरी पाना चाहते हैं तो हवा में उड़ते हुए हनुमान जी का चित्र अपने घर में ऐसे स्थान पर लगाएँ जहाँ आप उस चित्र को ज्यादा से ज्यादा देख सकें

माँ काली की आराधना करें

नौकरी में तरक्की पाने वाले जातकों को माँ काली की आराधना करनी चाहिए। नौकरी में पदोन्नति पाने का यह अचूक उपाय है।

 

सोमवार के दिन श्वेत वस्त्र में काले चावल बांधें

फिर उन चावलों को माँ काली को अर्पित करेंशिव जी की पूजा करें

शास्त्रों के अनुसार शिव जी की आराधना करने से भक्तों को अखंड लक्ष्मी जी की भी प्राप्ति होती है इसलिए जो जातक अपनी नौकरी में पदोन्नति की कामना करते हैं उन्हें शिवजी की आराधना करनी चाहिए।

 

प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ

शिवलिंग को अक्षत अर्पित करें

शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें

शिवजी पर बेल पत्र चढ़ाएँ

भगवान विष्णु की पूजा करें

भगवान विष्णु की आराधना करने से भक्तों की मन की मुराद पूरी होती है इसलिए नौकरी में प्रमोशन पाने के इच्छुक जातकों को भगवान विष्णु जी की आराधना करनी चाहिए।

 

बृहस्पतिवार के दिन आप विष्णु भगवान की पूजा करें

गुरुवार के दिन केले के पेड़ को जल चढाएँ

गुरुवार के दिन किसी मंदिर में पीली वस्तुओं का दान करें

गाय की सेवा करें

गौ माता की सेवा करने से जातकों की मन की मुराद पूर्ण होती है। अतः नौकरी करने वाले को रोज़ाना गौ माता की सेवा करनी चाहिए। इससे आपकी जॉब में उन्नति होगी। फलस्वरूप आपका प्रमोशन अथवा सैलरी में वृद्धि होगी और नौकरी न मिलने से परेशान जातकों को नई नौकरी भी प्राप्त होगी। गौ सेवा के उपायः-

 

ऑफिस के लिए घर से निकलते समय अपने साथ थोड़ा आटा व गुड़ लें

फिर जहाँ रास्ते में गाय दिखें उसे आटा और गुड़ खिलाएँपक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाएँ

नौकरी या प्रमोशन की इच्छा रखने वाले जातकों को रोज़ाना पक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाना चाहिए। नौकरी में रुकावटों, तरक्की अथवा मनवांछित स्थानांतरण पाने के लिए एक दम सरल व अचूक उपाय है।

 

सात प्रकार के अनाजों को एक साथ मिलाएँ

मिश्रित अनाजों में गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें शामिल कर सकते हैं

अब रोज़ सबेरे इस मिश्रित अनाज़ को पक्षियों को खिलाएँ

नौकरी में तरक़्क़ी पाने, नई नौकरी पाने, सैलरी में वृद्धि के लिए एवं मनपसंद स्थानातंरण के अलावा नौकरी में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए अन्य ज़रुरी उपाय

 

किसी ग़रीब को काले कंबल का दान करें

पिसी हुई हल्दी को बहते पाने में डालें

घर से निकलने से पूर्व पहले दाहिना पैर निकालें

सोमवार को कनिष्ठिका अँगुली में चाँदी की अंगूठी में मोती धारण करें

सुबह पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएँ एवं पदोन्नति की कामना करें

रविवार या मंगलवार के दिन मन में पदोन्नति की कामना करते हुए लाल कपड़े में जटा वाला नारियल बांधें और उसे पूर्व दिशा की ओर बहते हुए जल में प्रवाहित करें

शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले सोमवार के दिन सिद्ध योग में तीन गोमती चक्र को चाँदी के तार में बाँधकर अपने पास रखें

घर से निकलते समय एक नींबू को अपने सिर के ऊपर से 7 बार घुमाएँ और चार लौंग इसके अन्दर डालें। अब इस नींबू को अपनी जेब या बैग में रखें और शाम को किसी बहते पानी में या किसी सुनसान जगह रख दें

यदि मनचाहा स्थानांतरण चाहते हैं तो अपने तकिये के नीचे अनंतमूल की जड़ को रखकर सोएँ

प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसो के तेल का दीपक जलाकर 7 परिक्रमा करें।

प्रत्येक गुरुवार को पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएँ लेकिन वृक्ष को स्पर्श न करें

पिता की सेवा करें और उन्हें यथासंभव कुछ उपहार दें

पीपल के 11 साबुत पत्ते लेकर उन पर लाल सिन्दूर से राम-राम लिखकर प्रत्येक पत्ते को माथे से लगाकर साइड रखते जाएं। जब सभी पत्तों पर राम-राम लिख जाये तो मौली माला बनाकर हनुमान जी से अपनी नौकरी की प्रार्थना करते हुए उन्हें ये माला पहना दें। ऐसा लगातार 7 शनिवार तक करें

नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते समय एक नींबू में 4 लौंग गाढ़कर ॐ हं हनुमंते नमः मंत्र का 21 बार जाप करके नींबू को जेब या पर्स में रखकर जाएं और वापिस आकर ,किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दें

किसी अच्छे से ज्योतिषी को अपनी जन्म पत्रिका दिखाकर दशम भाव तथा दशमेश को मज़बूती प्रदान करें

हम आशा करते हैं कि हिन्दी एस्ट्रोसेज पर दिए गए उपाय आपकी पदोन्नति, नौकरी प्राप्ति एवं वेतन वृद्धि का कारक बनेंगे  ।

 


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आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताआलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति || Laziness is verily the great enemy residing in our body. There is no friend like hard work, doing which one doesn’t decline. *मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |* हरि ॐ,प्रणाम, जय सीताराम।राम।