*सर्वार्थ सिद्धि योग में बनेगा रक्षाबंधन का त्यौहार*
श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है जो कि भाई बहन के अटूट प्रेम का परिचायक है। इस वर्ष रक्षाबंधन का त्यौहार 03 अगस्त 2020 (सोमवार) को मनाया जाएगा। अंतिम श्रावण सोमवार का पर्व भी इसी दिन होकर श्रावण मास की समाप्ति होगी।
रक्षाबंधन के दिन प्रातः 07:46 तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र उसके बाद श्रवण नक्षत्र होगा जिसमें रक्षाबंधन बनाया जाएगा।
दिनांक 03 अगस्त 2020 को प्रातः 09:37 मिनट तक भद्रा होगी ,शास्त्रो के अनुसार भद्रा में शुभ कार्य वर्जित है अतः रक्षाबंधन का पर्व प्रातः 09:37 के उपरांत मनाना श्रेयस्कर होगा।
इस दिन प्रातः 07:30 से रात्रिपर्यंत सभी कार्यो को सिद्ध करने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग होगा।
*रक्षाबंधन विशेष मुहूर्त*
प्रातः 09:37 के बाद पूरे दिन राखी मनाई जा सकेगी।
*चौघड़िया के अनुसार मुहूर्त*
प्रातः 09:37 से 10:42 तक
दोपहर 01:30 से सायं 07:26 तक
*कोरोना काल मे कैसे बनाये रक्षाबंधन*
रक्षाबंधन के इस विशेष पर्व पर यदि कोरोना के चलते अगर बहने भाई के घर नही जा सकती है तो शुभ मुहूर्त में दीपक लगाकर अपने भाई का स्मरण करते हुए अपने इष्ट देव या भगवान कृष्ण को राखी बांध दे,भगवान को मिठाई का नैवेद्य लगाए और भाई की लंबी उम्र हेतु प्रार्थना करे । इधर भाई भी घर मे उपस्थित बहन या पुत्री से राखी बंधवा लेवे एवं बहन को रक्षा का वचन देते हुए पैसे निकालकर अलग रख देवे जब भी बहन से मुलाकात हो वह पैसे उसे देदेवे।।
*राशि अनुसार मिठाई खिलाये ओर राशि के अनुसार रंग की राखी अपने भाई को बांधे*
आपके भाई की जन्मराशि के आधार पर उसे निम्न रंग की राखी बांधे एवं मिठाई खिलाये-
*मेष* लाल रंग की राखी,मालपुए खिलाये।
*वृषभ* सफेद रेशम की राखी,दूध निर्मित मिठाई। *मिथुन* हरे रंग की राखी,बेसन से बनी मिठाई।
*कर्क* पीली रेशम की राखी,रबड़ी खिलाये।
*सिंह* गुलाबी या सुनहरे रंग की राखी,रसभरी मिठाई। *कन्या* हरे रंग की राखी,मोतीचूर के लड्डू खिलाये। *तुला* सफेद ,चमकीली राखी, खीर या मावे की मिठाई खिलाये।
*वृश्चिक* पंचरंगी,गुलाबी डोर वाली राखी, गुड़ से बनी मिठाई।
*धनु* पीली डोर की राखी,रसगुल्ले खिलाये।
*मकर* नीले रंग के डोर वाली राखी,घर पर बनी मिठाई। *कुम्भ* नीले रंग/मिले जुले रंग के डोर वाली राखी,घर पर बनी मिठाई।
*मीन* पीले रंग के डोर वाली राखी, बेसन से निर्मित मिठाई खिलाये।
✍️ एस्ट्रोलॉजर प्रवीण उपाध्याय
प्रोफेशनल वैदिक एस्ट्रोलॉजर
इंदौर