जोडिंस/पीलिया (Yellow Fever/Jaundice) – जिगर (Liver) के बीमार होने के कारण रोगी को पीलिया होता है । सामान्यत: रक्तरस में पित्तरंजक (Billrubin) का स्तर 1.0 प्रतिशत या इससे कम होता है, किंतु जब इसकी मात्रा 2.5 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तब जोडिंस/पीलिया के लक्षण प्रकट होते हैं । इसमें उसकी त्वचा का रंग पीला पड़ जाता है । इसी कारण इस बुखार को पीलिया कहते है । Jaundice में अक्सर मरीजों को तेज बुखार होता और शरीर पीला पड़ जाता है।
पन्ना और पीला pukhraj का प्रयोग करें।
6 Ratti में Moonstone गंभीर मामलों में एक अतिरिक्त मणि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।