विवाह कब होगा
बात मई 2017 की तब एक कन्या के पिता मुझे अपनी बेटी की जन्म पत्रिका दिखाने आए थे।
उसकी जन्म पत्रिका के अनुसार
जातक गुरु में गुरु की दशा से गुजर रहा है गुरू विवाह के कारक है।
जैसा कि कहा जाता है कि गुरु की दशा आने पर विवाह संभव हो जाता है ।
जब मैंने इस कुंडली का विश्लेषण किया तो पाया इस कुंडली का seventh cuspal sub lord बुध है जो 5 ,9 और 11वे भाव को सिग्नीफाई कर रहा है अर्थात पांचवा भाव प्रेम का भाव है नवा भाव भाग्य का भाव है और 11वां हमारी इच्छा पूर्ति का भाव है। अर्थात बुध यह स्पष्ट रूप से प्रॉमिस कर रहे हैं कि विवाह होगा।
इस कन्या को उस समय गुरु की महादशा चल रही थी और गुरु 3,4,5,6,9 वे भाव को सिग्नीफाई कर रहा है जो न तो विवाह के लिए पॉजिटिव है ना नेगेटिव तो ऐसी ग्रह की दशा में हमें आगे के अंतरा ढूंढने पड़ते हैं जो विवाह के लिए सपोर्टिव हो ।
इसलिए मैंने उन्हें कहा कि जुपिटर में जुपिटर 2 फरवरी 17 तक था उसके पश्चात जुपिटर में शनि जो 21/8 /19 तक है मैं विवाह नहीं होगा इसका विवाह जुपिटर में मरकरी के आने पर ही संभव हो सकेगा और यह प्रेम विवाह होगा क्योंकि अरेंज्ड मैरिज के लिए आवश्यक दो और सात सिग्नीफाई नहीं हो रहे हैं।
उन्हें मेरी बात पसंद नहीं आई और वह यह कहते हुए चले गए कि मैं 6 महीने के अंदर अंदर इस लड़की की शादी कर दूंगा किंतु आज तक की स्थिति में इस कन्या की शादी नहीं हुई है । अभी हाल में ही वे मेरे पास पुनः आए थे और बोले आपने जो कहा वह सत्य निकला है अभी तक मैं शादी नहीं कर पाया आप ही बताएं अब मैं क्या करूं तो मैंने कहा अब आप निश्चिंत रहिए अगस्त आने वाला है और जिस लड़के से इसे प्यार हो जाए और यह शादी करना चाहे उसके साथ इसकी धूमधाम से शादी करो ये खुश रहेगी।
कहने का तात्पर्य यह हुआ कि जो कुछ आपकी जन्म कुंडली में लिखा है वही होगा आप चाहे जितने प्रयत्न कर ले यदि कुंडली में वह घटना किसी निर्दिष्ट समय में संभावित नहीं है तो नहीं होगी चाहे उसके लिए कारण कोई भी बने कभी लड़का पसंद नहीं आएगा कभी फैमिली पसंद नहीं आएगी कभी ट्यूनिंग नहीं होगी मतलब कुछ भी कारण होगा जो बाधक बनेगा ।
इस विषय में आपका कोई प्रश्न हो तो आप मुझसे पर पूछ सकते हैं ।
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you are great sir