आपकी पत्नी या घर की महिलाये हमेशा रूग्ण रहती हो और इनमें व्यर्थ का चिड़चिड़ापन रहता है। वास्तु दोष : • रसोई आग्नेय कोण में होने की अपेक्षा पूर्व या ईशान में बनी है। • चूल्हा रसोई के प्रवेश द्वार के ठीक सामने है। • खाना बनाने वाले का मुंह खाना बनाते समय पश्चिम दिशा की तरफ रहता है। • शौचालय का दरवाजा रसोई के दरवाजे के ठीक सामने हो उपाय • यदि रसोई पूर्व या उत्तर-पूर्व में चली गई है तो चूल्हा रसोई के आग्नेय कोण में रखें व खाना बनाते समय खाना बनाने वाला मुंह पूर्व की तरफ रखे। • घर का प्रवेश द्वार नैऋत्य में होने से भी रोग की समस्या बनी रहती है। इसे बंद करके उपयुक्त दिशा में प्रवेश द्वार बनाएं। • रसोई के आग्नेय कोण में एक जीरो वाट का लाल बल्ब जलाये लगातार नहीं तो सुबह शाम जरूर जलाये • शौचालय का दरवाजा बंद रखे