राहु को नाड़ी ज्योतिष में पॉवर बूस्टर माना जाता है।यह जिन ग्रहों के साथ रहता है उस ग्रह के कारक तत्वों में वृद्धि कर देता है।शुभ ग्रहों के साथ उनकी शुभता को बढ़ाता है और अशुभ या पाप ग्रहों के साथ उनकी अशुभता या पापी प्रभाव को बढ़ाता है।गुरु के साथ गुरु का शुभ प्रभाव बढ़ाता है।मंगल के साथ रहने पर मंगल के गुण जैसे अहंकार,लड़ाई झगड़ा,कार्य क्षमता,चोट चपेट,प्रशासनिक कार्य आदि में वृद्धि कर देता है।राहु दरवाजे का चौखट भी है,इसलिए चौखट पर बैठ कर कार्य करना निषेध माना जाता है।बुध के साथ राहु लेखन क्षमता बढ़ाता है।चंद्रमा के साथ मन की चंचलता बढ़ाता है।शुक्र के साथ संपदा बढ़ाता है,कामोत्तेजना में वृद्धि करता है।गुरु के साथ बहुत ज्ञानी बनाता है।सूर्य के साथ अधिक आत्मविश्वासी बना देता है।शनि के साथ अधिक कार्य करने की क्षमता तथा वर्क लोड बढ़ा देता है।