अब हम तुला राशि की ओर बढ़ते है तुला का शाब्दिक अर्थ होता है:-किसी भी वस्तु को एक समान तोलना " यही गुण इस राशि मे कूट कूट कर भरे हुए है तुला राशि :-राशि चक्र में सातवी राशि का जन्म वायु तत्व से उत्पन्न काले वर्ण रजोगुणी भूमिचारी द्विपद स्वरूप मंझला शरीर शीर्षोदय दिन में बली पश्चिम दिशा की अधीश शुक्र जिसके स्वामी है शीतल वेग में बवंडर को धारण किये तुला राशि आपका स्वरूप है आपके प्रभाव में आये मनुष्य जीव आप ही कि भांति जो वायु प्राणदायी है व तपते रेगिस्तान में पेड़ के नीचे बैठे यात्री के लिए मंद पवन है और चाहता है कि यह वायु युही बहती रहे , तुला राशि के व्यक्ति भी इसी तरह सामाजिक सबका भला करने सोचने वाले होते है एक बार इनसे मिलने पर व्यक्ति पुनः इनका साथ पाना चाहता है वायु स्वभाव से निर्भीक होती है इसे बांधना रोकना संभव नही होता इसी भांति तुला राशि के व्यक्ति भी निर्भीक होते है वायु समानता का भाव लिए सभी के लिए जीवनदायी होती है अतः इसे व्यक्ति सभी के साथ एक सा संतुलित व्यवहार रखते है सत्य वक्ता होते है बिना परिणाम की परवाह किये निर्भीक होकर ये लोग सत्य बोलते है ... तुला राशि चर राशि है आपकी राशि के व्यक्ति भी सतत क्रियाशील होते है जो की इनके मस्तिष्क को अधिक प्रभावित करती है "तेज गति से निर्णय लेने के कारण इनकी निर्णय लेने की प्रकिया में दोष रह जाते है आपके स्वामी दैत्यगुरु सोंदय प्रिय कला -प्रवीण और शिस्ट शुक्र है एवं समस्त शास्त्रो के ज्ञाता है अतः इस राशि के व्यक्तिओ में धार्मिक कलात्मकता दार्शनिक नीतिशास्त्र ज्ञाता सोंदय प्रेमी तथा वायु संबंधी विज्ञान के भी ज्ञाता हो सकते है ... आप देखेंगे कि सोंदय गीत संगीत नृत्य कला आदि की ओर विशेष झुकाव होता है !अच्छे वक्ता व कवि होते है कई बार अपनी बात काव्यमयी भाषा मे कहते है ... संबंधों व रिश्तो को बनाये रखना इनमे ये विशेष गुण है तथा उसके लिए मिथ्यारोप भी सहना एव व्यवहार में सरल होना इनकी खुबी है हा ऐश्वर्य इन्हें ज्यादा अच्छा पसंद है खाने में भी अच्छा व्यंजन पसंद करते है ... अब इसका चिन्ह तराजू है संतुलन का मुख्य वही गुण को लिए प्रत्येक दृष्टिकोण से सोच समझकर परिणाम हित का ह या नही कार्य करना ... आप अवश्य देखना मात्र तुला राशि नाम से ही होने से ये निष्पक्ष न्यायकर्ता होते है न केवल कार्यस्थल पर अपितु निजी संबंधों में भी! विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के कारण तथ्यों को समझने की क्षमता व अच्छे मध्यस्थ की भूमिका भी अक्सर निभाते देखे जाते है अतः कूटनीति ये कर लेते है पर राजनीति इनके बस की बात नही! ... तुला राशि शरीर मे जननांगों का प्रतिनिधित्व करते है इसमें चित्रा स्वाति विशाखा नक्षत्र आते है अतः मंगल राहु गुरु की महादशाएं आ सकती है ....! ऐसे लोग देवताओ व ब्राह्मणों के भक्त चंचल धैर्यवान इंसाफ पसंद करता है "" तुला राशि के जातको के प्रायः दो नाम होते है अतः हम कई बार इन्हें जॉइंट नाम से जमीन या मकान खरीदने की सलाह देते है" घूमने के शौकीन ऐसे व्यक्तियों का भाग्योदय विलंभ से होता है अगर शुक्र पीड़ित होतो !