नाखून हमारे शारीरिक स्वास्थ्य एवं प्रवृत्तियों के स्पष्ट और विश्वसनीय परिचायक हैं। मनोवृत्तियों के अध्ययन के लिए नाखूनों को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है। 1.लम्बे नाखून : लम्बे नाखून प्रायः कोनिक या नुकीले हाथों में होते है। स्वप्नदशी, भावुक, कलाप्रिय व शान्त स्वभाव के व्यक्तियों के नाखून लम्बे होते है। ऐसे लोग जीवन की जटिलता व आलोचना से दूर भागने वा तर्क-वितर्क, वाद-विवाद पसन्द नहीं आता है। वे जीवन में चाहने वाले होते हैं। उनकी प्रवत्ति पलायनवादी और अंतरमुखी होती है। 2. छोटे नाख़ून : छोटे नाखन प्राय: अविकसित श्रेणी के हाथों में पाये जात अट नाखून विचारशक्ति की कमजोरी और आदिम वृत्तियों के परिचायक है। जिन लोगो में छोटे नाख़ून मौजूद होते है वो भावुकता के मामले में कमज़ोर होते है। 3. चौड़े नाखून : छोटे और चौड़े नाखून चमसाकार या वर्गाकार हाथो में पाये जाते है। ऐसे व्यक्ति व्यावहारिक बुद्धि आर युक्तिसंगतता के गुण में सम्पन्न होते है। इनकी निगाह अति पैनी होती है, जो तथ्यों के मर्म लेती है। ऐसे लोग आलोचनात्मक प्रवृत्ति के व बौद्धिक एवं ताकि होते हैं। कर्मठता और सक्रियता के बल पर अपने सभी कामों को बाकाय पर परा कर लेते है। इनके विचार व्यावहारिक होते है इसलिए किसी भी बात को बिना सोचे-समझे कभी कदम नहीं उठाते, किन्तु जिस काम, है उसे अवश्य पूरा करते हैं। ऐसे लोग बहस करने में बहुत पक्के होते बात को मनवाने के लिए लम्बी बहस करते हैं और अपने विचारों को का प्रयास करते हैं। दूसरों की बातें ये तब तक स्वीकार नहीं करते, जब तक इनके मन में अच्छी तरह से जंच न जाये। बुद्धि की लड़ाई लड़ना, बहस करना बुद्धिजीवियों का सम्मान करना इनकी आदत होती है। यदि कोई इनके तर्को स्वीकार न करे, तो क्रोध में कभी-कभी अनियन्त्रित भी हो जाते हैं। 4. लम्बाई से अधिक चौड़ाई वाले नाखून : यदि नाखूनों की चौड़ाई लम्बाई से अधिक हो, तो जातक का स्वभाव उच्छृखल और कलहप्रिय होता है। ऐसे लोग लड़ाई-झगड़े, मारपीट, निन्दा व दुष्टता के कार्यों में संलग्न रहते हैं। दूसरे लोगों को आपस में लड़ाना, औरों के आपसी विवादों में जबरदस्ती हस्तक्षेप करना और खुद लड़ाई-झगड़े में सम्मिलित हो जाना इनकी आदत होती है। इनकी उपस्थिति ही अशान्ति का परिचायक होती है। 5. पतले नाखून : पतले नाखून शारीरिक रुग्णता और कमजोरी के परिचायक है।