मंगल और बृहस्पति की युति
Shareमंगल और बृहस्पति की युति 11 वे घर मे जिस जातक की कुण्डली मे हो ,और वो जातक किसी को दिल आशीर्वाद दे, दे तो जातक मझधार मे डूबता हुआ भी तर जाता हैं ऐसे जातक को सभी सुख प्राप्त होंगे बस वो लोगो का भला करता जाये ,अगर कोई और ग्रह इस युति से सम्बन्ध बना ले तो ब्रहस्पति के करोबार, ,व्यापार, रिश्तेदारो पर बुरा असर होगा व्यापार मन्दा होगा ,रिश्तेदारो से अन्बन हो सकती हैं !