एकादश भाव
एकादश भाव को आय का घर कहा जाता है . यह घर दशम भाव में किये गये कर्मों का फल होता है. यह भाव बलवान होने पर व्यक्ति को अपने किये कर्यों का पूरा लाभ मिलता है. व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है. व्यक्ति के मन में आशा का संचार होता रहता है. जीवन की सामान्य आवश्यकताओं को पूरा करना आसान होता है.
एकादश भाव की विशेषताएं:
आज का युग अर्थ युग कहा जाता है. इसलिए जीवन में धन की अहमियत बढ़ गयी है., इसलिए आय भाव यानी ग्यारहवें घर का महत्व भी ज्यादा हो गया है. सभी लोग यह जानना चाहते हैं कि उनकी आय कैसी होगी. इस विषय की जानकारी ग्यारहवें भाव से ही मिलती है. हमारे शरीर में ग्यारहवें भाव का स्थान कान तथा पैर की पिण्डलियों को माना जाता है.
कार्य:
लाभ स्थान को महत्वपूर्ण माना जाता है. कृष्णमूर्ति पद्धति में प्रश्न कुण्डली का प्रयोग करने के लिये जब भी किसी घटना के घटित होने या न होने की संभावना देखी जाती है. उस स्थिति में लाभ स्थान को देखा जाता है. इस स्थान से बडी उम्र के दोस्त, सभी प्रकार के लाभ, इच्छापूर्ति की संभावना, दया, सलाहकार, अनुयायी, चाहने वाले, दोस्त, शुभ चिन्तक का आंकलन किया जाता है. एकादश भाव बड़े भाई का घर होता है. लाभ स्थान से सभी प्रकार की संभावित प्राप्तियों को भी देखा जाता है.इस भाव से संबन्धित अन्य पक्ष:-
एकादश भाव छोटे-भाई बहनों की उच्च शिक्षा (high education) व विदेश यात्रा के लिये देखा जाता है. मां की लम्बी अवधि की बीमारी के विषय में इस स्थान से विचार किया जाता है क्योंकि एकादश भाव माता के स्थान यानी चतुर्थ भाव से आठवां घर होता है . माता के साथ होने वाली किसी प्रकार की दुर्घटना के विषय में भी इस घर से विचार किया जाता है. पिता की कम दूरी की यात्रा का संबन्ध भी इस भाव से होता है. वाहन को बदलने का विचार हो तो उस स्थिति में भी एकादश भाव का आंकलन किया जाता है. संतान की सफलता के विषय में जानने के लिए इस भाव को देख सकते हैं.
एकादश भाव देश-प्रदेश:-
इस भाव से देश के उत्पाद का आकंलन किया जाता है. सरकार को टैक्स के रुप में प्राप्त होने वाले धन को भी इसी भाव से देखा जाता है. सफलता व सम्मान प्राप्ति में एकादश भाव महत्वपूर्ण हो सकता है. दोस्ती व समझौते में भी यह भाव प्रमुख भूमिका निभाता है. एकादश भाव से मित्र देश भी देखे जा सकते है. इस भाव को मुख्य रुप से लाभ के लिये देखा जाता है.
इस भाव से संबन्धित अन्य पक्ष :-
यह भाव बारहवें स्थान से बारहवां होने के कारण व्ययों में कमी के लिए भी देखा जाता है. बारहवें स्थान को अस्पताल का घर कहते है. मृत्युशैय्या के लिये बारहवें घर को देखा जाता है. परन्तु एकादश भाव से रोग से मुक्ति का विचार किया जाता है. कोई वस्तु खो गई हो अथवा कोई व्यक्ति घर छोड़कर चला गया हो तो इस विषय में सम्बन्धित बातों को जानने के लिए ग्यारहवें घर को देखा जाता है. बारहवां स्थान दु:ख का स्थान होता. इस भाव से मिलने वाले सभी विषयों में ग्यारहवां घर कमी लाता है.
एकादश भाव का घर में स्थान
एकादश भाव को घर के बरामदे या टेरिस में स्थान दिया गया है. आय भाव के बाधित होने पर घर के बरामदे में रखी वस्तुओं में दिशा दोष आने की संभावना रहती है.