राहु केतु कितने शुभ कितने अशुभ
Share🌹🌹 राहू-केतु :---- (कितने शुभ कितने अशुभ) राहू और केतु जन्म कुंडली में एक मात्र ऐसे ग्रह हैं जो स्थिति विशेष में अपनी दशा - अन्तरदशा में जन्म कुंडली के सभी 12 भावों के परिणाम भी दे सकते है ....!! 🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁 🌹भारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु के अपनी दशा - अंतरदशा में परिणाम देने के बहुत ही विशेष नियम होते है और वे उसी नियम के अनुसार परिणाम देते हैं.....!! 🎈 इसीलिए राहू और केतु अपनी एक ही दशा -अंतरदशा में शुभ तथा अशुभ दोनो परिणाम भी दे सकते है । 🎈 राहू - केतु की दशा में एक ग्रह की अंतरदशा ( भुक्ति ) अशुभ वही दूसरी अंतरदशा ( भुक्ति) शुभ भी हो सकती है ....!! 🎈 इसी प्रकार किसी भी ग्रह की दशा में राहू केतु की अंतरदशा शुभ हो सकते हैं वहीं अन्य दूसरे ग्रह की दशा के साथ राहू केतु की अंतरदशा अशुभ हो सकती है ....!! 🌹🌹 इस दुनियाँ में जितने भी सफल व्यक्ति है जिन्होंने फर्श से अर्श का सफर बहुत ही कम समय में पूरा किया है उन सभी के पीछे कारण राहु और केतु की शुभता का ही होता है....!! 💚💛 और जितने भी सफल नाम जो रातों रात गुमनाम हो जाते है उनका कारण भी राहु और केतु की अशुभता ही होती है ....! 🌹🌹 राहु और केतु ही ऐसे ग्रह है जो व्यक्ति को जीवन में वह सभी कुछ दे सकते हैं जिसके बारे में कोई भी व्यक्ति सिर्फ सपने में ही सोच सकता है.......!! और वह सभी कुछ छीन भी सकते है जिसके बारे में कोई भी कभी भी सोचना भी नही चाहता ....!! (01) 🌹 एक भ्रांति राहू और केतु को लेकर हमेशा यह पैदा की जाती है कि इनका समय हमेशा कष्टप्रद होता है । व्यक्ति इनकी दशा अंतरदशा के समय में बहुत सारी समस्याएँ तथा कठिनाइयां झेलता है । 🌹 जी नहीं ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं .....!! 💝 जितने भी सफल व्यक्ति है चाहे राजनेता हों , व्यवसायी हों , खिलाड़ी हों , फ़िल्म स्टार्स हों या पेशेवर लोग हो जिन्होंने बहुत ही कम समय मे विस्फोटक सफलता पाई है वे सभी निश्चत ही राहू - केतु की शुभता का ही परिणाम है ....! (02) 🌹 एक राहू - केतु की जन्म कुंडली मे स्थिति को लेकर बहुत भ्रमित धारणा है कि वे किसी विशेष भाव मे स्थित होने पर ही शुभ फल देते है .....!! 💚 राहु और केतु जन्म कुंडली के किसी भी भाव मे बैठकर शुभ परिणाम दे सकते है और किसी भी भाव में बैठकर अशुभ ... !! 1 ,2 ,4 , 7 , 8, 12 भाव में बैठे राहु या केतु किसी भी व्यक्ति को सफलता की पराकाष्ठा पर ले जा सकते हैं और वहीं केंद्र त्रिकोण में बैठे या इन भावो से संबंधित होने के बाद भी कई कई परेशानियां दे सकते हैं........!! (03) 🌹 एक बहुत ही बड़ी भ्रांति है इनसे बनने वाले दोषों को लेकर फैलाई जाती है......!! 🎈 सबसे ज्यादा डर इन्ही दोषों को लेकर दिखाया जाता है । 👹👹 काल सर्प दोष ,चांडाल दोष , पितृ दोष और ग्रहण योग सबसे ज्यादा चलने वाले योग/दोष हैं । 🎈 जब भी किसी जातक के जीवन में कभी भी कोई समस्या आती है या असफलता अथवा कठिनाइयां आती हैं तो कारण इन्हीं दोषो का माना जाता है ......!! 💗 हम आपको बता दें कि इन दोषो/योगों से निर्मित व्यक्ति भी उतने ही सफल होते है जितने किसी भी अन्य शुभ योगों से निर्मित जातक ....!! 💚 ध्यान रहे जीवन में समस्याओं के बहुत सारे कारण होे सकते हैं .....!! 🎈 जन्म कुण्डली में राहू - केतु के अतिरिक्त सात ग्रह और भी होते हैं जो शुभता / अशुभता में अपना महत्त्व और प्रभाव भी रखते हैं ......! 🎈 परेशानियां , कठिनाइयां , और समस्याएं तो उन लोगों के भी जीवन में आती हैं जिनकी कुण्डली में बहुत से शुभ योग होते हैं, पंच महापुरुष योग होते हैं या 5 ग्रह अपनी स्व तथा उच्च राशि मे स्थित होकर केंद्र या त्रिकोण में स्थित होते हैं.....!! 🎈 जन्म पत्रिका में बनने वाले कोई भी शुभ योग अथवा अशुभ योग/दोष किसी भी सफलता तथा समस्या के कारण कभी नहीं होते ..... !! 💚 ये सिर्फ स्थितियाँ है अंतिम परिणाम नहीं.......!! 💝 किसी भी जन्म पत्रिका में राहू - केतु शुभ भी हो सकते है और अशुभ भी लेकिन इनकी अशुभता का कारण इनसे निर्मित कोई भी दोष कभी नहीं होता.....!! 🎈 किसी भी ग्रह द्वारा दिये जाने वाले परिणामों का निर्धारण उस ग्रह की विशेष स्थिति एवं भाव विशेष से संबंधों के आधार पर निर्धारित होता है .....!! 💗 जिन्हें हम लग्न कुंडली के अतिरिक्त , अन्य प्रमुख लग्नों , प्रमुख वर्ग कुंडलियों , संबंधित अष्टक वर्गों , राशि/ भाव अर्गला , विशेष वर्ष कुण्डली , समय विशेष की दशा , अंतरदशा ,गोचर सभी का एक साथ गहनता से कई कई स्तरों पर सम्मलित विश्लेषण करके ही देख सकते है !! 🍁 क्योकि जन्म कुंडली मे जैसा दिखता है वैसा हमेशा नही होता और जो होता है वह तो बहुत ही गहराई में ही छिपा है जिसे देख पाना गहन कुण्डली विश्लेषण से ही संभव होता है ......!! 💚 कुछ आसान , आवश्यक तथा सही समय पर किये गए सही उपाय , कुछ जन्म पत्रिका के अनुसार सकारात्मक ग्रहो का सहयोग और कुछ सही मार्ग का चयन और सही दिशा में किया गया परिश्रम । सुखी और खुशियों से भरा जीवन दे सकता है ....................!!!!!! 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹