गजकेसरी योग कैसे बनता है
Shareगज केसरी योग व्यक्ति की कुंडली मेँ गुरु और चन्द्रमा की स्तिथि बलवान होने से बनता हैँ. ऐसे जातक की प्रतिष्ठा आसमान छूती हैँ. सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैँ. गज केसरी योग होते हुये भी यदि शुभफल प्राप्त नहीं हों तो गुरु या चन्द्रमा मेँ से किसी एक ग्रह का कमजोर होना कारण होता है. ऐसे जातक को शिव आराधना रुद्राभिषेक करना चाहिए, पीला असली पुखराज रत्न जो 7 रत्ती से कम न हों अधिक हों को सोने मेँ धारण करना चाहिए. चन्द्रमा के लिये शुद्ध मोती चांदी मेँ धारण करना चाहिए. इससे शुभफल प्राप्त होने से अवसर प्राप्त होते हैँ. बाकि किस्मत से ज्यादा और समय से पूर्व किसी को कुछ भी प्राप्त नहीं होता हैँ. आगे ईश्वर इच्छा सर्वोपरि है