बृहस्पति 12 तरीख 8.30 बजे सुबह कन्या राशि को छोड़ कर तुला राशि में प्रवेश करेंगे ।।बृहस्पति शुभ ग्रह है परंतु शत्रु राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इतनी आराम दे स्थिति में ना होंगे।
बृहस्पति जिनके नेटल राहु के ऊपर से गोचर करेंगे उनको कुछ तकलीफों का सामना करना होगा।
बृहस्पति जिनके नेटल शनि के ऊपर से गोचर करेंगे उनको नौकरी में तरक्की उनको नौकरी मिलने के योग या भाग्य उदय का समय होगा।
बृहस्पति जिनके नेटल मंगल के ऊपर से गोचर करेंगें उनको बहुत सारी राहत महसूस होगी।
बृहस्पति जिनके नेटल शुक्र के ऊपर से गोचर होगा लक्ष्मी आने के रास्ते खुलेंगे विवाह होने के योग बनेंगे।।
बृहस्पति जिनके नेटल बुद्ध के ऊपर से गोचर होंगे उनको कुछ परेशानियों का सामना करना होगा।
बृहस्पति जिनके नेटल चंद्र से गोचर करेंगे उन्हें कुछ मानसिक शांति तो मिलेगी परंतु शत्रु बढेगें। शरीर में भारीपन बढ़ सकता है।
बृहस्पति जिनके नेटल सूर्य के ऊपर से गोचर करेंगे नौकरी में तरक्की और भाग्य वृद्धि होगी।
*मेष लग्न*
मेष लग्न के बृहस्पति सातवें घर में प्रवेश करेंगे। इस लग्न में बृहस्पति नौवें और 12वे घर का मालिक है जिन लोगों के पति-पत्नी में परेशानी चल रही है वह परेशानियां कम होंगी। जो विवाह योग्य हैं उनके विवाह होने के योग बनेंगे ।।यात्रा के भी योग बनेंगे।
*वृषभ लग्न*
इस लग्न के छठे घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा।। इस लग्न में बृहस्पति आठवें व ग्यारहवें के मालिक हैं।।छठे घर में आने से सेहत संबंधी परेशानियां लाएगा। दवाइयों पर पैसा खर्च हो सकता है ।कुछ नुकसान के भी योग होंगे। या कहीं केसों पर पैसा खर्च हो सकता है।
*मिथुन लग्न*
इस लग्न के पांचवे घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा ।ऐसे में विद्या के क्षेत्र में अच्छा काम कर सकते हैं।जो लोग शादीशुदा है बच्चे की चाहत रखते है प्लानिंग कर सत्य है या बच्चा होने के योग बन सकते हैं ।।बच्चे अगर विवाह योग्य हैं तो उनके विवाह होने के योग बनेंगे।
*कर्क लग्न*
इस लग्न के चौथे घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा । छठे और नौवें भाव का मालिक चौथे घर में आएगा तो शत्रु राशि में है इसमें कहीं ना कहीं सुख में कमी करता है। परंतु दसवें भाव पर दृष्टि होगी इसलिए प्रोफेशनल लाइफ में सुधार आएगा।। कोर्ट कचहरी के केसों में अच्छा रिजल्ट मिलेंगे।
*सिंह लग्न*
सिंह लग्न में बृहस्पति दूसरे से तीसरे घर में प्रवेश करेंगे। सिंह लग्न में पांचवें और आठवें का मालिक है पंचम भाव का मालिक अपने से ग्यारहवें होगा ।जिससे विद्या मे लाभ मिलेगा परंतु यात्रा भी बढ़ जाएगी ।प्रेमी प्रेमिका से भी रिश्ते में सुधार होगा ।या किसी के साथ अच्छे संबंध बनेंगे जो लोग शादीशुदा हैं और बच्चे की प्लानिंग करना चाहते हैं उनके लिए भी अच्छा समय है।। कंचन दृष्टि सातवें भाव पर होगी इसलिए शादी के भी योग बनेंगे।।
*कन्या लग्न*
कन्या लग्न में बृहस्पति लग्न से दूसरा घर में प्रवेश करेंगे।। कन्या लग्न में बृहस्पति चौथे व सातवें के मालिक है। चौथे से ग्यारहवें भाव में बृहस्पति होने से जो लोग घर बनाना चाहते हैं वह बना सकते हैं वाहन लेने के लिए भी अच्छा समय होगा।सुखों में वृद्धि होगी।।।
*तुला लग्न*
तुला लग्न में बृहस्पति लग्न में आएंगे ।इस लग्न में बृहस्पति छठे वे तीसरे के मालिक हैं ।लग्न में आने से छोटे बहन भाइयों से प्रेम बढ़ेगा ।।परंतु कई सेहत संबंधी परेशानियां भी आएंगी । आपका वेट बढ़ सकता है। कोर्ट कचहरी के चक्कर में नुकसान हो सकता है ।कोई कर्ज भी लेना पड़ सकता है। जो विवाह योग्य हैं उनके विवाह होने के योग बनेंगे।
*वृश्चिक लग्न*
वृश्चिक लग्न के 12 वें घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा।। इस लग्न में बृहस्पति दूसरे वह पांचवें के मालिक हैं ।।बारहवें घर में प्रवेश से खर्चा अधिक बढ़ सकता है ।।विद्या की तरफ भी ध्यान देना चाहिए ।अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो भी ध्यान रखें।। प्रेम के रिश्ते में भी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।।
*धनु लग्न*
धनु लग्न के ग्यारहवें भाव में बृहस्पति का प्रवेश होगा इस लग्न में बृहस्पति लग्न और चौथे के मालिक हैं। ऐसे मैं आपका समय आपके लिए लाभ लेकर आएगा परंतु मां की सेहत का परेशानी हो सकती है। जो विवाह योग्य हैं उनके विवाह के योग बनेंगे।
*मकर लग्न*
इस लग्न के दसवें घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा इस लग्न में बृहस्पति तीसरे और बारहवे का मालिक है।। यहां आने से यात्रा में बढ़ोतरी होगी। काम से रिलेटेड कुछ दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है परंतु कुछ समय के लिए। खर्चों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
*कुंभ लग्न*
कुंभ लग्न के नौवें घर में बृहस्पति का प्रवेश होगा इस लग्न में बृहस्पति दूसरे वह ग्यारहवे का मलिक है। लाभ का मालिक अपने घर से ग्यारहवें होने से आप को लाभ हो सकता है
परंतु बैंक बैलेंस बनाने में कुछ परेशानी होगी। कुटुंब में किसी को सेहत से रिलेटेड प्रॉब्लम हो सकती है।
*मीन लग्न*
मीन लग्न के अष्टम भाव में बृहस्पति का प्रवेश होगा। इस लग्न में बृहस्पति दसवें और लग्न का मालिक है। लग्न का मालिक अष्टम में आने से कुछ से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं ।या किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। कर्म भाव का मालिक अपने से लाभ भाव में है इसलिए प्रोफेशनल लाइफ अच्छी रहेगी।